Gaya News: बिहार के गया में दो दिनों में तीन लोगों की डायरिया से मौत हो गई है. इनमें दो बच्चे और एक महिला शामिल है. मामला बोधगया प्रखंड की मोरा मर्दाना पंचायत के मंझौली गांव का है. इस घटना के बाद बीते बुधवार (09 अक्टूबर) को मेडिकल टीम गांव पहुंची. डायरिया के प्रकोप की खबर सामने आने के बाद पूरे गांव में दहशत है. बताया जाता है कि अभी भी 50 से अधिक ग्रामीण डायरिया की चपेट में हैं. 


गांव में कैंप कर रही डॉक्टर और मेडिकल टीम


उल्टी और दस्त की शिकायत पर ग्रामीण बोधगया, करमौनी और गया के निजी अस्पतालों में जाकर अपना इलाज करा रहे हैं. डायरिया की जानकारी मिलने के बाद बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टरों और मेडिकल की टीम गांव में भेजी गई है. टीम गांव में कैंप कर रही है. जो लोग गांव में बीमार हैं उनका इलाज किया जा रहा है.


गांव में ही भोज खाने के बाद बिगड़ी तबीयत


बताया जा रहा है कि गांव में एक भोज में खाना खाने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. पहले कुछ बच्चे बीमार हुए और इसके बाद बड़े लोगों को भी उल्टी एवं दस्त की शिकायत होने लगी. ग्रामीण अंबिका यादव ने बताया कि डायरिया से एक 10 वर्षीय बच्चे मिथुन कुमार, कंचन देवी की 7 वर्षीय पुत्री गौरी और नरेश यादव की पत्नी की मौत डायरिया हुई है.


सिविल सर्जन को डायरिया की जानकारी नहीं


बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि डायरिया के प्रकोप की सूचना के बाद गांव में दो एंबुलेंस और डॉक्टर के साथ मेडिकल टीम को भेजा गया. गांव में पहुंचे डॉ. अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रामीणों को ओआरएस आदि दिया जा रहा है. उधर गया के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. जानकारी ली जा रही है. डायरिया के प्रकोप से ग्रामीण गांव छोड़कर किसी दूसरे जगह अपने रिश्तेदार के यहां जाकर रह रहे हैं. गांव के कई घरों के दरवाजे पर ताला लटका है. सन्नाटा पसरा है.


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