सीतामढ़ी: सीतामढ़ी के योगेंद्र और पूजा एक बार फिर चर्चा में है. अपने छोटे कद काठी के लिए योगेंद्र गांव-समाज में हर किसी के लिए एक कौतूहल का विषय बने रहे हैं. योगेंद्र सबसे ज्यादा सुर्खियों में तब आये थे, जब 7 माह पूर्व उनकी शादी हुई थी. काफी प्रयास के बाद योगेंद्र की कद काठी की लड़की मिली थी और उनकी शादी संभव हो सकी थी. मात्र 3 फुट के होने के चलते योगेंद्र की शादी नहीं हो पा रही थी. कोई लड़की वाले उनसे शादी को तैयार ही नहीं हो रहे थे.
कहा जाता है कि जोड़ी ऊपर वाले बना कर भेजते हैं. ये बात योगेंद्र की शादी के बाद फिर से सच साबित हुई थी. गौरतलब है कि योगेंद्र खुद 3 फुट के हैं, तो उनकी दुल्हनिया पूजा 3.5 फुट की हैं.
ईश्वर को साक्षी मानकर शादी करने वाले योगेंद्र और पूजा सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं, लेकिन इस शादी से उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में अड़चनें पैदा हो रही थी. दरअसल, योगेंद्र की शादी अंतर्जातीय हुई थी. इस कारण उन्हें निबंधन विभाग में शादी करनी है. यहां से शादी का प्रमाण पत्र मिलने के बाद वे सरकारी योजनाओं के लाभ के हकदार हो सकेंगे. इसके लिए उनके द्वारा मैरेज ऑफिस में एक आवेदन दिया गया है.
उक्त ऑफिस से उनकी शादी की तिथि 5 जून को निर्धारित की गई है. योगेंद्र ने बताया कि उसे और पूजा को दिव्यांग सहायता राशि के तहत एक-एक लाख रुपये और अंतर्जातीय विवाह योजना के तहत ढ़ाई लाख रूपये मिलना है. उक्त योजनाओं के लाभ के लिए संबंधित विभाग में आवेदन किया, तो विभागीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब नियम बदल गया है. यानी निबंधित विवाह करने वाले को ही योजना का लाभ दिया जाना है. तब निबंधित शादी के लिए आवेदन किया है.
फिर सुर्खियों में है यह जोड़ी
अक्तूबर 22 में शादी के दौरान जिस तरह से योगेंद्र एवं पूजा की जोड़ी सुर्खियों में थी, ठीक उसी तरह इस दूसरी शादी की बात से यह जोड़ी चर्चा में आ गया है. इस अनोखी जोड़ी की पुन: शादी की चर्चा पूरे सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. अक्तूबर में योगेंद्र एवं पूजा की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी. एक फिर उन दोनों की तस्वीरें लोग शेयर कर लुफ्त उठा रहे हैं. साथ ही हर कोई इस अनोखी जोड़ी की सलामती की दुआ कर रहे हैं. लोग एक - दूसरे को इस जोड़ी की तस्वीरें भेज रहे हैं. बहुत सारे लोग योगेंद्र के फेसबुक पर पुन: शादी की बधाई भी दे रहे हैं. यह जोड़ी एक बार फिर से छा गई है.
मां जानकी की जन्मभूमि पुनौरा में हुई शादी
गौरतलब है कि ईश्वर को साक्षी मान कर अग्नि के सामने सात फेरों के सातों वचन निभाने की कसमें खाने के साथ मां जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम पर अक्टूबर - 22 में दोनों की शादी हुई थी. योगेंद्र कुमार जिले के डुमरा प्रखंड के रामपुर परोरी गांव के तो, दुल्हन पूजा सीतामढ़ी शहर के लोहिया नगर के मेला रोड की रहने वाली है. पूजा की उम्र 21 साल है, जबकि दूल्हा योगेंद्र की उम्र 25 वर्ष है. शादी में दोनों के परिजन पूरी तैयारी के साथ समारोह का आयोजन किये थे.
दोनों के परिजन शादी के लिए थे चिंतित
योगेंद्र एवं पूजा की कद काठी कम होने के चलते दोनों के परिजन उनकी शादी को लेकर काफी चिंतित थे. दोनों की बढ़ती उम्र के साथ ही परिजन की चिंताएं भी बढ़ती जा रही थी. हालांकि ऐसा संयोग बना कि दोनों की शादी हो गई और उनके परिजन भी इस शादी से काफी खुश थे. शादी में दोनों के परिजन/रिश्तेदारों के आलावा सौ से अधिक शुभचिंतक भी शामिल हुए थे.
योगेंद्र की मां उषा देवी ही नही बल्कि दूल्हा योगेंद्र एवं दुल्हन पूजा ने स्वीकार किया था कि वे इस शादी से बेहद खुश हैं. गौरतलब है कि गत पंचायत चुनाव में योगेंद्र अपनी किस्मत आजमाया था. हालांकि उसे सफलता हाथ नहीं लगी थी. वह डुमरा प्रखंड के रामपुर परोरी पंचायत से वार्ड सदस्य के पद के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे.
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