नवादाः बिहार के नवादा में बढ़ती गर्मी के बीच बीते तीन दिनों में चार लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें दो बच्चे शामिल हैं. मंगलवार को हिसुआ की खुशबू कुमारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. चिकित्सक जब तक कुछ समझ पाते तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया. इसके पहले दो दिनों में एक और मासूम और दो अन्य लोगों की मौत हुई लेकिन रजिस्टर में उनका नाम दर्ज नहीं हो सका. बताया गया कि इमरजेंसी में आते ही मरीजों को देखा गया था उसके बाद चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया इसलिए उनका नाम नहीं चढ़ाया गया.
हीट स्ट्रोक के दो मरीजों का हो रहा इलाज
इधर, रजिस्टर में एंट्री नहीं होने और पोस्टमार्टम नहीं होने की वजह से मौतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. मंगलवार को खुशबू से पहले जिस युवक की मौत हुई उसका नाम विशाल बताया गया है. सदर अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज उल्टी, लूज मोशन और बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं. फिलहाल हीट स्ट्रोक के दो मरीज सदर अस्पताल में इलाजरत हैं. अकबरपुर चंदौली के सोनू कुमार और वारिसलीगंज के देवेंद्र साहू का इलाज हो रहा है.
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर सरकार, PM मोदी के साथ आज होगी बैठक, सीएम नीतीश कुमार भी होंगे शामिल
जिले में लू से मौत की अभी पुष्टि नहीं
इसके अलावा न्यू एरिया गढ़ पर के अंश कुमार को उल्टी और बुखार की शिकायत पर इलाज किया गया. वहीं उल्टी व शौच की शिकायत पर भदौनी की अनुष्का कुमारी का इलाज किया गया. स्वजनों का कहना है कि लू लगने के चलते बच्चे बीमार हुए हैं. हालांकि सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अजय कुमार ने बताया कि लू से अभी मौत की सूचना नहीं है.
लोगों को याद आई तीन साल पहले की घटना
बता दें कि तीन साल पहले भी जिले में लू की चपेट में आकर मौत की घटनाएं हुई थीं. उस वक्त स्थिति यह थी कि हर समय मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी था. गर्मी के प्रकोप से लोग बीमार पड़ने लगे थे. सरकारी अस्पतालों और निजी क्लिनिक में मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई थी. इस बार भी कुछ ऐसे ही हालात दिख रहे हैं.
ओपीडी में हर दिन पहुंच रहे 400 से अधिक मरीज
नवादा सदर अस्पताल में ओपीडी में सामान्यता 250-300 लोग अपना इलाज कराते हैं. फिलहाल यह संख्या बढ़ गई है. हर दिन चार सौ से अधिक मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. चिकित्सकों के मुताबिक, मरीजों में सबसे ज्यादा वैसे लोगों की संख्या है जो उल्टी, लूज मोशन और बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं.