जमुई: राजधानी पटना में गुरुवार की सुबह हाई कोर्ट के सामने से एक शख्स को कुछ लोगों ने उठा लिया था. शुरुआत में खबर आई कि किसी वकील का अपहरण हो गया है. अब इस मामले का खुलासा हो गया है. पकड़ा गया शख्स वकील नहीं बल्कि मुखिया की हत्या के मामले में वह मास्टरमाइंड है. एक साल के बाद उसे पकड़ा गया है. जमुई से पटना पहुंची पुलिस ने हाई कोर्ट के चार नंबर गेट से करीब 25 मीटर की दूरी से उसे पकड़ा.
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि दरखा पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया जयप्रकाश प्रसाद उर्फ प्रकाश महतो की हत्या मामले में मुख्य आरोपी मो. सिकंदर खान पटना हाईकोर्ट गया है. सूचना मिलने के बाद पुलिस पहले से वहां मुस्तैद हो गई. जैसे ही सिकंदर हाई कोर्ट के पास अपनी गाड़ी से नीचे उतरा तो पुलिस ने उसे दबोच लिया.
तीन दिसंबर 2021 में हुई थी मुखिया की हत्या
चुनावी रंजिश में मुखिया प्रकाश महतो की अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना तीन दिसंबर 2021 की है. बालडा मोड़ के पास घटना को अंजाम दिया गया था. प्रकाश महतो पंचायत चुनाव में दरखा पंचायत से मुखिया पद पर 29 अक्टूबर 2021 को निर्वाचित हुए थे. अभी शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ था कि उनकी हत्या कर दी गई. हत्या की घटना को लेकर खूब बवाल हुआ था.
मुखिया के बेटे ने दर्ज कराई थी शिकायत
इस मामले में मुखिया प्रकाश महतो के बेटे सुजीत कुमार महतो ने लछुआड़ थाने में दरखा पंचायत के पूर्व मुखिया मो. सालिक मलिक, मो. सिकंदर, मो. नौशाद तीनों के पिता जुल्फिकार एवं मुखिया के पुत्र समेत बालडा गांव निवासी नुनुलाल तांती पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस हत्याकांड में पूर्व मुखिया ने पुलिस दबिश में आकर घटना के 17 दिन बाद 20 दिसंबर 2021 को कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया था.
नामजद आरोपियों में तीन अब भी फरार
चर्चित मुखिया हत्याकांड के नामजद आरोपियों में से तीन मो. नौशाद, नुनूलाल तांती एवं पूर्व मुखिया सालिक मलिक का पुत्र अब भी फरार हैं. इस तरह से घटना के एक साल बीत जाने के बाद भी अब तक दो आरोपी ही पकड़े जा सके हैं. पुलिस मुखिया हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपित बालडा गांव निवासी नुनूलाल तांती के घर की कुर्की जब्ती कर चुकी है.
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