Nitish Kumar Pragati Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (23 दिसंबर) को 'प्रगति यात्रा' की शुरुआत की. इस दौरान बेतिया से एक हैरान कर देने वाली तस्वीर आई. 'प्रगति यात्रा' के दौरान मझौलिया के शिकारपुर में सीएम नीतीश कुमार को गुलदस्ता देने के लिए नेताओं के बीच होर मची थी. वे चाहते थे कि अपने नेता यानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुलदस्ता दे सकें. इसी अफरातफरी में सड़क किनारे मिट्टी के धंसने से कई नेता गिर पड़े.
नेताओं के गिरते देख मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें उठाया. एक के ऊपर एक कई नेता गिरे. जब तक वे संभल पाते तब तक देर हो चुकी थी. हालांकि सड़क किनारे बांस का बल्ला लगा था और कुछ लोग उस घेरे से बाहर की तरफ थे. ऐसे में बहुत भगदड़ जैसी स्थिति नहीं हुई. लोग गुलदस्ता दे पाते लेकिन उससे पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगे की तरफ बढ़ते चले गए.
'प्रगति यात्रा' के दौरान मझौलिया के शिकारपुर गांव पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मनरेगा पार्क और पुस्तकालय का उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मनरेगा पार्क में पांच मिनट का समय दिया. भ्रमण के बाद उद्यमियों द्वारा बनाए जा रहे सामान का भी सीएम ने जायजा लिया. वहां भी उन्होंने करीब तीन मिनट समय दिया. वहीं आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र का भी मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया. यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात मिनट तक रुके.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मझौलिया के शिकारपुर से बेतिया के रमना मैदान पहुंचे जहां वे मात्र दो मिनट रुके और निरीक्षण किया. उसके बाद समाहरणालय के सभागार में अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं पर समीक्षा बैठक भी की.
नीतीश कुमार से बात करने लिए टकटकी लगाई रहीं महिलाएं
उधर दूसरी ओर सीएम नीतीश कुमार को देखने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद थे. सीएम नीतीश कुमार ने किसी से बात नहीं की. कई महिलाएं सीएम से बात करने के लिए खड़ी रहीं. टकटकी लगाई बैठी थीं कि नीतीश कुमार से वे बात कर पाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. लोग रोड पर कतार में खड़े रहे कि सीएम से दो शब्द बात करेंगी लेकिन नीतीश कुमार चले गए.
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