नवादा: नवादा में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. शराब के साथ जब्‍त एक बाइक थाने से गायब हो गई, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं हुई. मामला टाउन थाने का है. तीन महीने पहले बाइक को नीलाम किया गया. नीलामी में बाइक खरीदने वाला युवक जब थाने पहुंचा तो वहां उसे बाइक नहीं मिली. इसके बाद पूरा मामला सामने आ गया. 


बताया जा रहा है कि बाइक 26 नवंबर 2019 को टाउन थाने में जब्‍त की गई थी. नगर थाना में पदस्थापित जमादार परमानंद मंडल ने सोनारपट्टी रोड में विजय सिनेमा के पास दो युवक को भी गिरफ्तार किया था. दोनों के पास बैग में शराब थी. पुलिस ने बाइक और शराब के साथ दोनों युवकों रजौली के अशोक कुमार और काशीचक के अक्षय कुमार को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में जामदार परमानंद मंडल के बयान पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. थानाध्यक्ष ने दरोगा वीरेंद्र कुमार को अनुसंधान का जिम्मा दिया.


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26 हजार रुपये शैलेश ने खरीदी बाइक 


शराब अधिनियम के प्रावधानों के मुताबकि 23 मार्च 2022 को बाइक की नीलामी की गई. शैलेश कुमार नामक व्यक्ति ने 26 हजार रुपये में बाइक खरीदी. 31 मार्च को अधीक्षक मद्य निषेध ने वाहन शैलेश कुमार को सौंपने का आदेश नगर थाना को दिया. इसके बाद शैलेश नगर थाना गया तो वहां उसे बाइक नहीं दी गई. थाने में बाइक ढूंढने पर नहीं मिली. शैलेश ने बताया कि उन्‍हें दूसरी बाइक दी जा रही थी, जिसका इंजन-चेचिस नंबर मैच नहीं खाता है. कलर और मॉडल भी अलग है. वहीं, इस मामले में नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि बाइक मिल गई है, तीन-चार साल पुराना मामला है. इंजन-चेचिस नंबर घीस गया है. संभव है कि जब्ती के वक्त अधिकारी ने वाहन का कागजात देखकर सीजर बना दिया हो.


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