बेगूसराय: राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा (BJP Rakesh Sinha) शुक्रवार को बेगूसराय में स्वर्ण जयंती पुस्तकालय परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने एक दिन के अनशन पर हैं. उनके साथ में बीजेपी के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं. बेगूसराय की घटना को लेकर राकेश सिन्हा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) घायलों व मृतक के परिजनों से मिलने नहीं आए न मुआवजा देने का एलान किया. बिहार सरकार का कोई मंत्री भी यहां नहीं आया है. कहा कि घटना के पीछे राजनीतिक साजिश है.


राकेश सिन्हा ने कहा कि इस घटना को नीतीश कुमार जातीय रंग दे रहे हैं. यह करके वह बिहार को अराजकता की ओर ले जा रहे हैं. इससे अपराध की नई प्रवृत्ति जन्म ले लेगी. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में ऐसी घटनाएं होतीं तो क्या नीतीश का यही रवैया रहता? नीतीश कुमार जवाब दें. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछा कि सारण में यह घटना होती तो आपका यही रुख रहता? 



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'अपराधियों में पुलिस का डर नहीं'


बेगूसराय की घटना को लेकर राकेश सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार इस मामले में जातीय रंग देकर एक विशेष क्षेत्र के विशेष लोगों (भूमिहार इशारों में) के साथ अन्याय कर रहे हैं. कानून व्यवस्था बिहार में चरमरा चुकी है. महागठबंधन सरकार भू, बालू, शराब माफियाओं के दम पर चल रही है. अपराधी बेखौफ हैं. पुलिस निष्क्रिय हो चुकी है. अपराधियों में पुलिस का डर नहीं है. घटना के बाद महागठबंधन के नेताओं ने कहा था कि इसमें बीजेपी का हाथ है. यह शर्मनाक बयान है. बीजेपी इस तरह की घटना नहीं करवाती. पुलिस की चुप्पी बरकरार है.


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