पटना: बाढ़ राहत शिविर में नाव के लिए दो पक्षों में खूनी झड़प, कई घायल, निजी अस्पताल में चल रहा इलाज
राघोपुर बाढ़ की चपेट में है. ऐसे में लोग राहत शिविर में रह रहे हैं. वहीं, राघोपुर के अंचल कार्यालय को भी बाजार समिति में अस्थाई रूप से शिफ्ट कर दिया गया है, जिसमें सारे पदाधिकारी काम कर रहे हैं.
पटना: बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ राहत शिविर में नाव के लिए दो पक्षों के बीच खूनी झड़प का मामला सामने आया है. घटना पटना सिटी के मालसालामी थाना क्षेत्र के बाजार समिति प्रांगण स्थित बाढ़ राहत शिविर का है. मारपीट की इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में कराया गया. वहीं, इस पूरे मामले में घायलों ने दबंगों के खिलाफ मालसलामी थाना में मामला दर्ज कराया है.
नाव को लेकर हुआ था विवाद
बताया जाता है कि राघोपुर प्रखंड के मोहनपुर पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने पटनासिटी के बाजार समिति प्रांगण में स्थित शिविर में शरण लिया है. इस बीच सोमवार को राघोपुर प्रखंड के मोहनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया शिव सागर राय और वर्तमान मुखिया मंटू सिंह में नाव को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद दोनों मुखियाओं के समर्थक आपस में भिड़ गए और कुर्सी से मारपीट कर एक-दूसरे को लहूलुहान कर दिया.
मारपीट देख भागे अधिकारी
गौरतलब है कि राघोपुर बाढ़ की चपेट में है. ऐसे में लोग राहत शिविर में रह रहे हैं. वहीं, राघोपुर के अंचल कार्यालय को भी बाजार समिति में अस्थाई रूप से शिफ्ट कर दिया गया है, जिसमें सारे पदाधिकारीगण बैठ कर कार्यालय के काम कर रहे हैं. वहीं, बाढ़ पीड़ितों के बीच बीडीओ और सीओ द्वारा राहत सामग्री वितरण किया जा रहा है. इसी कार्यालय के बाहर मारपीट हुई है. कार्यालय की सारी कुर्सियों को तोड़ दिया गया है.
इधर, मारपीट के बीच सीओ सहित कई कर्मी कार्यालय छोड़ फरार हो गए हैं. दरअसल, वर्तमान मुख्या विनय भूषण और पूर्व मुखिया शिव सागर राय के बीच नाव परिचालन को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद मारपीट शुरू हो गई. मामले में वर्तमान मुखिया विनय भूषण ने छह लोगों पर मारपीट का मामला दर्ज कराया है. इधर, मामला दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है.
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