बिहार विधान परिषद में पहले से और मजबूत हुई लालू यादव की पार्टी, RJD की ताकत बढ़ी, कई सीट हारने पर भी JDU सबसे बड़ा दल
इस बार जिन 24 सीटों पर चुनाव हुआ है उसमें से 21 सीटें पहले एनडीए के पास थीं. इस बार 24 सीटों पर एनडीए को 13 सीट मिली है. दो सीट आरजेडी के पास थी तो इस बार उसे छह सीटों पर जीत मिली है.
पटनाः बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव हुआ और गुरुवार को सभी सीटों के नतीजे भी आ गए. इस चुनाव में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी को फायदा हुआ है. आरजेडी ने छह सीट जीतकर अपने आप को और मजबूत कर लिया है. हालांकि पार्टियों की वरीयता क्रम नहीं बदला है. आरजेडी को अब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद भी मिल जाएगा.
पहले किसके पास थीं ये 24 सीटें
इस बार जो 24 सीटों पर चुनाव हुआ है उसमें से 21 सीटें पहले एनडीए के पास थीं. बीजेपी के पास 12 और नौ सीट जेडीयू के पास थी. दो सीट आरजेडी और एक सीट कांग्रेस के पास थी.
इस बार किसको कितना मिला?
इस बार 24 सीटों पर एनडीए को 13 सीट मिली है. आरजेडी को छह सीट और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं चार सीट पर निर्दलीय विजयी हुए हैं. अब समझिए, पहले जेडीयू के पास 32 विधान पार्षद थे. इसमें से नौ सीटें खाली हुईं. नौ में से जेडीयू इस बार पांच सीट जीत सकी है. इस तरह विधान परिषद में जेडीयू के अब 28 सदस्य हो गए हैं. नुकसान के बाद भी जेडीयू विधान परिषद में सबसे बड़े दल बना रहेगा.
कांग्रेस को नुकसान नहीं
बता दें कि कांग्रेस के चार सदस्य थे. एक सीट खाली हुई थी. इस बार भी एक सीट पर जीत हुई है. ऐसे में अगर देखा जाए तो कांग्रेस को ना नफा हुआ और न ही नुकसान हुआ है. इस तरह कांग्रेस के अब भी चार सदस्य बरकरार हैं. अगर बात करें सीपीआई की तो इस पार्टी के पास दो सदस्य हैं. इस बार सीपीआई को कोई सीट नहीं मिली है. वीआईपी और चिराग पासवान की पार्टी भी साफ हो गई है. वीआईपी के एक सदस्य पहले से हैं, जिसमें अब कोई बदलाव नहीं आया है.
विधान परिषद में दलों की स्थिति देखें (इस बार के जीते हुए प्रत्याशियों को मिलाकर)
- जेडीयू- 28
- बीजेपी- 22
- आरजेडी- 11
- कांग्रेस- 04
- भाकपा- 02
- रालोजपा- 01
- हम- 01
- वीआईपी- 01
- निर्दलीय- 05
कुल- 75 सीटें
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