पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) बुधवार को पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पर उन्होंने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के डील वाले बयान पर उन्होंने कहा कि यह मामला जेडीयू (JDU) का है लेकिन जब-जब कोई भी सरकार डील के आधार पर बनती है वो सरकार जनता की हित में काम नहीं करती है. स्वार्थ साधने के लिए ही डील हुई होगी. उपेंद्र कुशवाहा को इस डील को लेकर खुलासा करना चाहिए
'सीएम यूज एंड थ्रो वाला रास्ता अपनाते हैं'
चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री को जब तक किसी की जरूरत होती है उसका इस्तेमाल करते हैं और जरूरत पूरा होने के बाद यूज एंड थ्रो वाला रास्ता अपनाते हैं. वहीं. बक्सर किसान मामला पर उन्होंने कहा कि बक्सर के किसानों की चिंता किसको है? इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री के कान में जूं तक नहीं रेंगा.100 दिन से ऊपर हो गया है लेकिन मुख्यमंत्री को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है.
जातीय जनगणना को लेकर साधा निशाना
जहरीली शराब से लोगों की मौत पर चिराग पासवान ने कहा कितनी और हत्या का इंतजार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे? शराबबंदी कानून में बदलाव करने की जरूरत है. इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर सर्वदलीय बैठक मुख्यमंत्री बुलाएं. जातीय जनगणना पर सभी ने समर्थन किया. ऐसे ही शराबबंदी की तरह जब जातीय जनगणना विफल होगी तब सवाल उठेगा? और तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कोई जवाब नहीं होगा. क्यों नहीं जातीय जनगणना शुरू करने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई गई? सबकी राय लेतें. आज की तारीख में किसी दूसरे को तो छोड़ ही दीजिए जनता दल यूनाइटेड के खुद के मंत्रियों को नहीं पता होगा कि जातीय जनगणना की रूपरेखा क्या है?
यह सब बांटने की राजनीति है- चिराग पासवान
वहीं, गुलाम रसूल बलियावी के बयान और मंत्री आलोक मेहता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कर्बला बनाने की बात हो या फिर अंग्रेजों के गुलाम यह सब जात-पात में बांटने की राजनीति के उदाहरण हैं. ऐसे उदाहरण यह नेता देते रहेंगे क्योंकि इनके खुद के नेता ने इसी बांटने की राजनीति के आधार पर अपना पूरा जीवन व्यतीत किया. दो दशक से अगर नीतीश कुमार बिहार की सत्ता में मुख्यमंत्री हैं तो बांटने की राजनीति ही आधार है.