Caste Census In Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पांच राज्यों- यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब के चुनाव संपन्न होने के बाद जातीय जनगणना के आसार जताए हैं. मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि पांच राज्यों में चुनावों के बाद जातिगत जनगणना होने की पूरी संभावना है. हम लोग एक मत में हैं. निश्चित रूप से राज्य सरकार यह करना चाहती है. हमने इसको लेकर पूरी रणनीति बनाई है. अगर एक बार जातिगत जनगणना हो जाएगी तो विकास कार्य करने में आसानी होगी.


उन्होंने कहा कि हम राज्य में जाति जनगणना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम सभी के विचारों के बारे में जानने के लिए एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करना चाहते हैं कि इसे कैसे किया जाए. इससे सभी को फायदा होगा. हम इसे जल्द ही शुरू करेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इसे ठीक से लागू किया जाए.


जातीय जनगणना के मुद्दे पर यह नेता पीएम से कर चुके हैं मुलाकात
इससे पहले सीएम ने कहा था "जातीय जनगणना होने से सबको जानकारी हो जाएगी कि किसकी कितनी आबादी है. इससे किसी भी जाति की उपेक्षा नहीं होगी. यह सब बात चली है और आपस में बातचीत भी हुई है."


बता दें बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी ने भी जातीय जनगणना की मांग उठाई है. जनगणना के संबंध में बिहार सरकार केंद्र से भी वार्ता कर रही है. बिहार के कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस विषय पर मुलाकात भी कर चुके हैं. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव , विजय कुमार चौधरी ,जनक राम, अजीत शर्मा, महबूब आलम,अख्तरुल ईमान, जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी, सूर्यकांत पासवान और अजय कुमार शामिल हैं.


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