पटना: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर भेदभाव मामले में तथाकथित हमले की खबर पर कोयंबटूर जिला प्रशासन ने बयान जारी किया है. उन्होंने पूरे मामले को साफ़ तौर पर अफवाह करार दिया है. विज्ञप्ति के माध्यम से मजदूरों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. प्रशासन ने अपना स्टैंड रखते हुए लिखा है कि व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही है कि कोयंबटूर में उत्तर राज्य के श्रमिकों को खतरा है. उत्तर राज्य के श्रमिक इन कारणों से कोयंबटूर छोड़कर जा रहे हैं ये सारी बातें दुर्भाग्यपूर्ण इरादे से फैलाई गई है. वहीं शनिवार को स्पेशल जांच टीम वहां के लिए रवाना हो सकती है.
टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते
बाहरी राज्य के श्रमिकों की कमियों और शिकायतों को हल करने के लिए कोयंबटूर के राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में प्रवासी श्रमिकों की समिति की स्थापना की गई है. विज्ञप्ति में लिखा हुआ है कि इसके माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करके उसका निवारण किया जा रहा है. आगे उसमें लिखा है कि पुलिस विभाग द्वारा कानून और व्यवस्था को अच्छी तरह से बनाकर रखा जा रहा है. बिहार के श्रमिकों को अपने कार्यस्थल पर यदि उनकी सुरक्षा को कोई खतरा है, समस्या है तो तुरंत कोयंबटूर जिला कलेक्टर के कार्यालय में कार्यरत आपदा प्रबंधन विभाग के टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं.
चार सदस्यीय टीम होगी रवाना
इस मामले में चार सदस्यीय अधिकारियों का जांच दल शनिवार की दोपहर पटना से चेन्नई के लिये रवाना हो सकते हैं. इसमें श्रम विभाग के विशेष सचिव आलोक कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरगंडी, सीआईडी के आईजी पी कन्नन जांच दल में शामिल रहेंगे. चौथे अधिकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं. विज्ञप्ति में लिखा हुआ है कि बाहरी राज्यों के कर्मचारी के बारे में अफवाह फैलाने वाले वीडियो पर विश्वास नहीं करना चाहिए. नाम अभी सामने नहीं आ पाया है. इससे पहले दोनों राज्यों के डीजीपी के बीच बातचीत हुई थी जिसके बाद तमिलनाडु पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए इसे गलत और भ्रामक बताया था.
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