मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी जिले से गुजरने वाली रेल लाइन के दोहरीकरण कार्य में लगे प्राइवेट कंट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर का शव घर के पंखे से लटका मिलने के बाद लोग सकते में आ गए. उन्होंने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. मृतक इंजीनियर की पहचान नालंदा के रहुई मादाचक निवासी सुरेंद्र प्रताप के 26 साल के बेटे अमर सक्सेना के रूप में की गई है. मृतक पिछले डेढ़ वर्षों से जीवधारा हाई स्कूल के समीप किराए के मकान में रह रहा था.


एक साल से कंपनी में काम कर रहा था मृतक


मिली जानकारी अनुसार मृतक त्रिशूल कंपनी प्राइवेट लिमटेड में इंजीनियर पद पर कार्यरत था. कंपनी के प्रोप्राइटर  संजय कुमार ने बताया कि मृतक अविवाहित था और एक साल से कंपनी में काम कर रहा था. कंपनी हरपूरनाग से सेमरा तक के लाइन दोहरीकरण का काम कर रही है.


उन्होंने बताया कि रविवार शाम छह बजे उन्होंने मृतक को जूनियर इंजीनियर आलोक और मुंशी दिवाकर के साथ साइट पर भेजा था. दोनों कर्मी मृतक के कमरे से सटे कमरे में ही रहते हैं. जब दोनों रात को काम से लौटे तो मृतक का कमरा बंद पाया. अगले सुबह तक कमरे का दरवाजा जब नहीं खुला तब दोनों ने दरवाजे को खोलने के लिए आवाज लगाई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला. फिर दोनों दरवाजे को तोड़ अंदर गए, जहां पंखे से लटका शव पाया गया.


तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था मृतक 


घटना के संबंध में जूनियर इंजीनियर आलोक सिंह ने बताया कि मृतक अच्छा इंसान था. कल वो उसके साथ काम पर गया था, साथ ही खाना खाया था. लेकिन आज उसका शव बरमाद किया गया है. अलोक की मानें तो मृतक तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था. अभी उसकी शादी नहीं हुई थी. दिसंबर में वो बहन की शादी में अपने घर गया था. इधर, थानाध्यक्ष अभिनव कुमार दूबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लगता है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.


यह भी पढ़ें -
बिहार में मृत डॉक्टर को बना दिया गया सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग का कारनामा

बिहार: आला और बीपी नापने की मशीन लेकर विधानसभा पहुंचे RJD विधायक, जानें- क्यूं?