Aurangabad Cyber Fraud: साइबर ठगी करने वाले गैंग के सदस्य अब बिहार के औरंगाबाद में भी एक्टिव हो रहे हैं. पुलिस ने दो ठगों को रविवार (12 जनवरी, 2025) की देर रात गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे टाटा कैपिटल एवं धनी फाइनेंस का कर्मचारी बनकर लोगों को 2% के इंटरेस्ट पर लोन देने का झांसा देकर प्रोसेसिंग फी के नाम पर ठगी करते थे. ऑनलाइन पैसा अपने फर्जी अकाउंट में लेकर ग्राहकों के नंबर को बाद में ब्लॉक कर देते थे. 


न्यायिक हिरासत में भेजे गए दोनों अभियुक्त


अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि कर्नाटक राज्य का फर्जी तरीके से मोबाइल नंबर इन लोगों ने प्राप्त कर लिया था. इस संबंध में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इनकी पहचान जहानाबाद जिले के अवधेश प्रसाद के पुत्र सुनील कुमार और भोजपुर जिले के संजय प्रसाद के पुत्र अभिषेक कुमार के रूप में की गई है. पुलिस ने इनके पास से पांच मोबाइल बरामद किया है. 


कैसे पकड़े गए ये दोनों साइबर ठग?


शहर के नगर थाना परिसर स्थित साइबर थाने में पदस्थापित साइबर डीएसपी सह ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार को रात में करीब 11.30 बजे इस संबंध में जानकारी दी गई थी. कहा गया कि साइबर ठगी से संबंधित चुनिंदा मोबाइल नंबरों की जांच की जा रही थी तो टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से एक संदिग्ध नंबर का लोकेशन दाउदनगर (औरंगाबाद) पाया गया है. इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई. उस नंबर को ट्रैक कर पुलिस लोकेशन पर पहुंची. इसके बाद दोनों संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों ने पूरी बात पुलिस को बता दी.


गौरतलब है कि पूर्व में भी साइबर थाने की टीम ने दो ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी. 15 राज्यों के विभिन्न बैंकों में चल रहे उनके खातों को सील किया गया था. ये सभी साइबर अपराधी कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से सिम प्राप्त कर अपना नेटवर्क चला रहे थे. इसके कारण भोले भाले लोग अपने मोबाइल पर बाहरी नंबर से आ रहे कॉल से दिग्भ्रमित हो उनके जाल में फंस जाते थे.


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