गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले के मांझा थाने के जगरनाथा गांव में संपत्ति के लिए बुजुर्ग सास का बहू ने हुक्का-पानी बंद कर दिया. बहू की ओर से ऐसा करने के बाद महिला दूसरे बेटे के यहां जाकर रहने लगी, जिससे नाराज होकर बड़ी बहू और बेटे ने लाठी-डंडा से सास का सिर फोड़ दिया. घटना के दौरान बेटे ने भी पत्नी का साथ दिया और खून से लथपथ मां को घर में छोड़कर चल दिया. आसपास के लोगों की मदद से घायल महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां से उसे गोरखपुर रेफर कर दिया गया है.
संपत्ती के बंटवारे के लिए बना रहे थे दबाव
घायल महिला स्व. हरिहर राम की पत्नी संजोगिया देवी का आरोप है कि बुधवार की सुबह बहू और बेटे उसके कमरे में पहुंचे और संपत्ति का बंटवारा करने के लिए दबाव बनाने लगे. महिला ने अपनी जिंदगी में संपत्ति का बंटवारा नहीं करने की बात कही, जिससे आग बबूला होकर बहू ने लाठी से उनके सिर पर वार कर दिया. सिर से खून निकलने बाद बुजुर्ग महिला मौके पर गिरकर बेसूद हो गई. रोने-बिलखने की शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचाया.
नए साल से पहले अनंत सिंह को मिली बड़ी राहत, 2015 के डबल मर्डर केस में कोर्ट ने किया बरी
बता दें कि इस घटना के पहले आरोपित पुत्र राजेश राम ने महिला की जीविका के लिए निकाले गए दो कट्ठा जमीन पर बोआई कर उसे कब्जा कर लिया था. पीड़ित महिला ने इस मामले में बेटे और बहू के विरुद्ध पुलिस से शिकायत नहीं करने की बात कही. वहीं, सदर अस्पताल के पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि बहू और बेटे द्वारा महिला की पिटाई की गई थी. घायल महिला ने फर्द बयान दर्ज नहीं कराया, जिसके बाद मांझा थाने की पुलिस को मामले की सूचना दी गई.
दो साल पहले हुई है पति की मौत
इधर, मांझा थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने कहा कि दो साल पहले संजोगिया देवी के पति हरिहर राम की मृत्यु हो गई थी. पति की मौत के बाद वो दो बेटों में से बड़े बेटे राजेश राम के यहां रहने लगी. लेकिन संपत्ति के लिए हुक्का-पानी बंद किए जाने पर नाराज महिला अपने दूसरे बेटे मुन्ना राम के यहां आकर रहने लगी थी. इसी बीच ये घटना हुई है.
यह भी पढ़ें -