सुपौलः सदर थाना क्षेत्र की लौकहा पंचायत के कंचनपुर कजहा निवासी 27 वर्षीय आनंद मेहता इसी साल सात अप्रैल को मजदूरी करने इराक गया था. इस बीच 14 अक्टूबर को पता चला कि इराक में उसकी मौत हो गई है. इस खबर को सुनने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. घर के लोगों ने शव के लिए कई बार इराक की कंपनी से संपर्क किया लेकिन डेड बॉडी को भेजने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई. परेशान होकर मृतक की पत्नी बबिता ने जिला प्रशासन को आवेदन देकर इस दिशा में पहल करने और शव को मंगाने के लिए गुहार लगाई है.
हालांकि अब तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की जा सकी है. आनंद की पत्नी बबिता ने कहा कि जब उसके पति की इराक में तबीयत खराब हुई तो फोन आया था कि एक लाख बीस हजार रुपया जमा करने के बाद उसका पति घर लौट सकता है. उनलोगों ने जैसे ही रुपये का इंतजाम किया तो दूसरे ही दिन वहां से मौत की खबर आ गई. अब वो अपने पति की डेड बॉडी देखने के लिए तरस रही है. कहा कि तमाम तरह की कोशिश की गई है लेकिन कहीं से मदद नहीं मिली.
कंपनी ने ना शव भेजा ना कोई मुआवजे की बात
बताया जाता है कि कंचनपुर कजहा निवासी आनंद मेहता इराक की हुंडई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने के लिए अप्रैल में इराक गया था. जाने के बाद सब कुछ ठीक था. परिजन से मोबाइल पर बातचीत भी हो रही थी. अब मौत के बाद ना तो कंपनी ने शव भेजा ना कोई मुआवजा.
इधर, ग्रामीणों ने बताया कि मृतक आनंद के घर उसकी पत्नी के अलावा दो छोटे बच्चे हैं. अब आनंद की मौत हो जाने से स्थिति और खराब हो गई है. कोई आय का स्रोत नहीं है. बच्चों की परवरिश के अलावा खर्च कैसे चलेगा इस बात से लोग परेशान हैं. स्थानीय लोगों ने भी जिला प्रशासन और सरकार के माध्यम से इस दिशा में पहल करने की मांग की है.
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