आराः 1857 के वीर योद्धा बाबू कुंवर सिंह (Kunwar Singh) के वंशज रोहित सिंह की मंगलवार को जगदीशपुर रेफरल अस्पताल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. भोजपुर के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर नगर वार्ड संख्या-18 किला गढ़ के रहने वाले कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह (38 वर्ष) बीजेपी नेता पुष्पा सिंह के पुत्र थे. परिजन का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के कारण मौत हुई है. इसके बाद बवाल मच गया और लोग हंगामा करने लगे.
इधर, सूचना मिलते ही एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन, एसडीएम सीमा कुमारी, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल समेत कई थानों की पुलिस रेफरल अस्पताल पहुंची. यहां आक्रोशित लोगों को समझाया. इसके बावजूद आक्रोशित लोग नहीं माने और दोषी अस्पताल प्रभारी और सीआईटी जवानों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते रहे. सात से आठ घंटे तक अफरातफरी मची रही.
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मृत युवक की माता सह बीजेपी की नेता पुष्पा सिंह ने प्रशासन की मिलीभगत से बेटे की हत्या का आरोप लगाया. कहा कि प्रशासन द्वारा जानबूझकर कर उनके बेटे की साजिशन हत्या की गई है. वीर कुंवर सिंह किला प्रांगण में उनके बेटे रोहित उर्फ बबलू सिंह द्वारा किला में सीआईटी जवानों द्वारा किए जा रहे गलत कार्यों के विरोध किए जाने पर जवानों द्वारा मारपीट कर उसे रेफरल अस्पताल के गेट के सामने सोमवार की देर रात फेंक दिया गया. मंगलवार दिन के करीब दो बजे उसकी मौत हो गई. मां ने रेफरल अस्पताल के प्रभारी पर भी संगीन आरोप लगाते हुए बेहतर इलाज न करने का आरोप लगाया है.
जांच और कार्रवाई का दिया गया भरोसा
देर रात अंत में एसडीएम सीमा कुमारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी, मृतक के परिजन, भाई कुंवर अजय प्रताप सिंह की मौजूदगी में चले काफी देर तक बातचीत और जांच के बाद उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद शव को उठाया गया. रात करीब 9:30 में शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया. यहां पहले से ही मेडिकल टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी की गई थी लेकिन विभिन्न संगठनों के लोगों द्वारा विरोध करने पर और शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया. लोग जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे.
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