पटनाः बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आर्थिक अपराधी इकाई (EOU) कार्रवाई कर रही है. मंगलवार को बिहार के दो सरकारी कर्मचारियों के ठिकानों पर टीम ने शिकंजा कसा. अभी आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी जारी है. सहार (भोजपुर) के पूर्व थानेदार आनंद कुमार सिंह और प्रधान लिपिक अमरेश राम पर सरकारी नौकरी में रहते अवैध रूप से संपत्ति जुटाने का आरोप है. इसी को लेकर यह कार्रवाई की जा रही है.


किस लिए की गई है कार्रवाई?
आरोप है कि सहार (भोजपुर) के थानेदार रहते हुए आनंद कुमार सिंह ने बालू माफिया का साथ दिया था. इसके बदले मोटी रकम मिलती थी. इसी मामले में आनंद कुमार सिंह पर आय से अधिक की संपत्ति का केस दर्ज हुआ था. ईओयू की टीम ने इनके पटना में रूपसपुर थाना के तहत अपर्णा कॉलोनी में और पटना के ही बाढ़ में पुश्तैनी घर पर छापेमारी की है. 


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औरंगाबाद में भी टीम ने बोला धावा
वहीं, दूसरी ओर आर्थिक अपराध इकाई की एक टीम ने औरंगाबाद में धावा बोला. यहां समाज कल्याण शाखा में पोस्टेड प्रधान लिपिक अमरेश राम के सरकारी ऑफिस और ब्रह्मस्थान के पास स्थित घर के साथ जमहौर थाना के तहत रामपुर गांव में पुश्तैनी घर को टीम खंगाल रही है. प्रधान लिपिक पर भी अवैध तरीके से रुपये उगाही करने का मामला है. ठोस सबूत के बाद ईओयू की टीम कार्रवाई कर रही है. 


दोनों के खिलाफ दर्ज किया गया है मामला
ईओयू की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, इन दोनों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं. जांच के बाद जो रिपोर्ट आई उसके बाद सात मार्च को पटना में पूर्व थानेदार और प्रधान लिपिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. एडीजी नैयर हसनैन खान ने पटना और औरंगाबाद जिले में चल रही कार्रवाई की पुष्टि की है.


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