मोतिहारी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद मद्य निषेध और निबंधन विभाग सह पूर्वी चंपारण जिला के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के साथ चकिया प्रखंड के चकवारा पंचायत में बाढ़ कटाव से क्षतिग्रस्त नरहर पकड़ी तटबंध का निरीक्षण किया. चकिया प्रखंड की बूढ़ी गंडक नदी के नरहरपकड़ी तटबंध के कटाव का जायजा लिया. यहां दर्जनों घर डूब चुके हैं. गांव का एक मंदिर भी कटाव से खत्म होने के कगार पर है. निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को आवश्यक निर्देश दिया गया.


पूर्वी चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री एवं जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के साथ जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अलावा कई विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे. प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने कटावस्थल के निरीक्षण के साथ वहां मौजूद स्थानीय लोगों से बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी घटने के कारण तटबंध कटाव रोकने हेतु शीघ्र ही मुक्कमल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. मंत्री ने ग्रामीणों से सामुदायिक किचेन, स्वास्थ्य सुविधा, नाव की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली.


जिले के लोगों ने झेली बाढ़ की वजह से परेशानी


बता दें कि जिले में ढाई-तीन माह से बाढ़ के प्रकोप से जिलावासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. नेपाली नदियों और बाल्मीकिनगर बराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी में उफान से जिला बाढ़ से त्रस्त हो गया था. इधर, नेपाली लालबकेया, बागमती, पसाह, तियार, बंगरी, अरुणा, सरिसवा नदी जिले के उत्तर-पूरब भाग में कहर बरपा रही थी तो दक्षणी भाग में गंडक का तांडव जारी था. सिकरहना नदी भी जिले के बीचों बीच पश्चिमी भाग से होते हुए पूर्वी भाग में कहर बरपा रहा थी.



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