FIR Lodged Against 9 Policemen in Khagaria: बिहार के खगड़िया में सीवान के एसपी अमितेश कुमार समेत नौ पुलिसकर्मियों पर केस हुआ है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत के छह मई के आदेश के बाद खगड़िया के चित्रगुप्त नगर थाने में चार जुलाई को यह प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसके बाद अब जाकर मामला सामने आया है. इसके पीछे का पूरा मामला जानकर आपके होश उड़ जाएंगे.


दरअसल बिहार पुलिस के एक उपनिरीक्षक की पिटाई करने और उसका मोबाइल फोन छीनने के आरोप में पुलिस अधीक्षक रैंक के एक अधिकारी समेत नौ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. खगड़िया के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार कुशवाहा के मुताबिक, "अदालत का आदेश मिलने पर अमलेंदु सिंह की शिकायत पर चार जुलाई को एक प्राथमिकी दर्ज की गई है."


दी गई थी जान से मारने की धमकी


बताया जाता है कि अमलेंदु सिंह पूर्व में यहां मानसी थाने में तैनात थे. शिकायतकर्ता के अनुसार, 26 जून 2022 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार और अन्य अधिकारियों ने उनकी पिटाई की थी. उनका फोन छीन लिया था. साथ ही उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी थी. बता दें कि अमितेश कुमार अभी सीवान में एसपी हैं.


शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि उन पर चुप रहने का दबाव बनाया गया और भागलपुर निगरानी थाने में फर्जी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उन्हें निलंबित भी करवा दिया गया. शिकायतकर्ता ने मामले में कार्रवाई नहीं होने पर इस साल मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत का दरवाजा खटखटाया. अदालत ने माना कि प्रथम दृष्टया मामला जांच के लायक है और पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.


किन-किन लोगों पर दर्ज किया गया केस?


तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार के अलावा, प्राथमिकी में नामित अन्य लोगों में पुलिस उपाधीक्षक सुमित कुमार (वर्तमान में नालंदा में तैनात) भी शामिल हैं. साथ ही जिन अधिकारियों के नाम प्राथमिकी में हैं उनमें सदर थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह (अब औरंगाबाद में प्रतिनियुक्त पर) और खगड़िया में विभिन्न स्थानों पर तैनात निरीक्षक और उपनिरीक्षक रैंक के अधिकारी हैं.


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