सुपौल: जिले के बीरपुर से चमकी बुखार का पहला मामला सामने आया है. जहां मंगलवार को बसंतपुर प्रखंड के हृदय नगर के रहने वाले बच्चे को  बीरपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चमकी बुखार की दवा नहीं रहने की वजह से उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया है.


बताया जाता है कि बसंतपुर प्रखंड क्षेत्र के हृदय नगर पंचायत के वार्ड संख्या पांच के चार वर्षीय ऋतिक राज की अचानक तबीयत बिगड़ गई. उसे बुखार के साथ चमकना शुरू हो गया. इसके बाद पिता मनोज मंडल ने बच्चे को बीरपुर के अनुमंडलीय एल एन अस्पताल में भर्ती करवाया. अस्पताल के डॉ. सिद्धार्थ कुमार ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन चमकी बुखार की दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चे को रेफर कर दिया गया.


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गरीब आदमी कहां से बाहर ले जा पाएंगे


बच्चे की मां अनिता देवी ने बताया कि अचानक मेरे बेटे ऋतिक को बुखार हो गया. साथ ही चमकी भी आने लगा. इसके बाद बच्चे के लेकर बीरपुर अस्पताल आए. यहां डॉक्टर बोल रहा है कि दवा नहीं है. बच्चे को बाहर ले जाना पड़ेगा. हमलोग गरीब आदमी हैं, कहां से बाहर ले जा पाएंगे?


चमकी बुखार की दवा नहीं मिलने के कारण हुई समस्या


डॉक्टर सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि बच्चे में चमकी बुखार का लक्षण पाया गया है, जिसका प्राथमिक उपचार तो किया गया, लेकिन चमकी बुखार की दवा नहीं मिलने के कारण समस्या हो सकती है. हालांकि, बच्चे को ऑक्सीजन पर रखा गया है. सुधार में नहीं हुआ तो बच्चे को रेफर कर दिया जाएगा. जिसका नतीजा ये हुआ कि कुछ ही घंटों बाद सुधार नहीं होने की स्थिति में बच्चे को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.


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