औरंगाबाद: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा (Nagmani Kushwaha) इन दिनों चर्चा में हैं. कुछ दिन पहले अपने बयानों को लेकर काफी सुर्खियों में थे. वहीं, गुरुवार पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि औरंगाबाद पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने तमिलनाडु मामले (Tamil Nadu Case) को लेकर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस राज्य की सरकार अपने राज्य के नागरिकों को उनके फंडामेंटल अधिकार की पूर्ति नहीं कर सकती उसे सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है. आज बिहार के नौजवान देश के विभिन्न हिस्सों में बिहारी के नाम पर पीटे जा रहे हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है.


दिल्ली में कुल आबादी की तीस प्रतिशत बिहारी हैं- नागमणि


नागमणि कुशवाहा ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में कुल आबादी की तीस प्रतिशत बिहारी हैं. बिहार में अभी तक जितनी सरकारें बनी सबने सिर्फ और सिर्फ राजनीति की है, उन्हे बिहार की जनता से कोई मतलब नहीं है. बिहार की दुर्दशा में कांग्रेस और महागठबंधन की सरकार का अहम रोल है. उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है. किसानों को उनके उपज की सही कीमत नहीं मिल रही है. राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है.


'सरकार शिक्षित बेरोजगारों को पूंजी मुहैया कराए'


आगे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में माइंस और मिनरल्स नहीं है ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए कि राज्य के शिक्षित बेरोजगार नौजवान को 25 से 50 लाख तक की पूंजी मुहैया करा कर उन्हें किसानों द्वारा उत्पादित फल, सब्जी, फिशरी और पोल्ट्री के साथ-साथ अन्य लघु उद्योग एवं व्यवसाय से जोड़कर पलायन को रोकें लेकिन यह नहीं किया जा रहा है.


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