दरभंगा: बिहार के दरभंगा में 10 फरवरी को जमीन विवाद में चार लोगों को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब तक उसके हाथ खाली हैं. इधर, मामले जांच के लिए एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया. टीम ने मौके पर से जले कपड़े के लिए सेम्पल इकट्ठा किए. वहीं, ज्वलनशील पदार्थ का पता करने की कोशिश हो रही है.
दो लोगों की हालत नाजुक
इस संबंध में जांच अधिकारी ने बताया कि लैब में जांच के बाद ही कुछ बता पाना संभव है. बता दें कि दस फरवरी को जबरन जमीन कब्जा करने पहुंचे भू-माफिया ने चार लोगों पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी थी. घटना में दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. आग के कारण गर्भवती महिला के कोख में ही उसका आठ महीने का बच्चा मर गया. गौरतलब है कि मामले में नामजद अभियुक्त होने के बाद भी पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने के बदले आग लगने और लगाने की जांच में जुटी है. इस बात से लोगों में नाराजगी है.
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पीड़िता ने बताई पूरी सच्चाई
अधिकारी ने बिना अपना नाम बताए मीडिया को बताया कि आग तो लगी है, लेकिन किस ज्वलनशील पदार्थ का आग लगाने में इस्तेमाल किया गया, यह फिलहाल पता नहीं चल रहा है. वैज्ञानिक तरीके से लैब में जांच करने के बाद ही इसका सही पता चल पाएगा. इधर, आग से थोड़ी बहुत झुलसी पीड़ित परिवार की सदस्य निक्की झा ने बताया कि जमीनी विवाद में शिव कुमार झा के कई गुर्गे जबरन बुलडोजर लेकर उनकी जमीन और मकान पर कब्जा करने पहुंचे थे.
इसका जब उन लोगों ने विरोध किया तो अपराधियों ने उनके घर के चार लोगों पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी, जिसमें उनके भाई संजय झा ओर उनकी एक बहन जो आठ माह की गर्भवती थी, उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. इसके अलावा घटना के कारण उनकी गर्भवती बहन के कोख में ही आठ महीने के बच्चे ने दम तोड़ दिया है.
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