मुंगेर का ‘मुंगेरीलाल’ निकला राहुल, फर्जी दारोगा बनकर कर रहा था ‘खेल’, हावभाव ऐसे कि पुलिस भी खा जाए धोखा
फर्जी दारोगा की पहचान मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के गोविंदपुर गांव निवासी सुरेंद्र पासवान के पुत्र राहुल कुमार के रूप में की गई है. गुप्त सूचना के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
मुंगेरः बिहार के मुंगेर में पुलिस ने एक फर्जी दारोगा को गिरफ्तार किया है. उसके हावभाव ऐसे हैं कि आम इंसान तो दूर पुलिस भी धोखा खा जाए. दिन में ही वो दारोगा बनकर हसीन सपने देखता था और लोगों से नौकरी के नाम पर पैसों की ठगी करता था. गुप्त सूचना के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को इस संबंध में पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी है.
फर्जी दारोगा की पहचान मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के गोविंदपुर गांव निवासी सुरेंद्र पासवान के पुत्र राहुल कुमार के रूप में की गई है. उसके घर से उसकी गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने वर्दी और हंटर बरामद किया है. स्कॉर्पियो भी मिली है जिस पर पुलिस लिखा हुआ है. पुलिस हूटर भी लगा था. इससे समझा जा सकता है कि राहुल ने ऐसे हावभाव बनाए थे कि किसी को शक ना हो. इसी का फायदा उठाकर वो ठगी का काम करता था.
गुप्त सूचना के बाद बनाई गई थी टीम
मुंगेर के एसपी जग्गुनाथरेड्डी जलारेड्डी को गुप्त सूचना मिली थी कि मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के गोविंदपुर गांव निवासी सुरेंद्र पासवान का पुत्र राहुल कुमार (30 वर्ष) फर्जी दारोगा बनकर बेरोजगार युवाओं को पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम की उगाही कर रहा है. इसी सूचना पर मुंगेर एसपी ने सदर एसडीपीओ नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. इसके बाद लड़ियाटांड़ थाना की पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई की गई. युवक के पकड़े जाने के बाद जब लड़ियाटांड़ थानाध्यक्ष ने उससे पूछताछ की तो तो कई सवालों का वह जवाब नहीं दे सका. बैच आदि के बारे में पूछा गया था. ट्रेनिंग से संबंधित सवाल किए गए थे.
ठगी के शिकार होने वाले युवकों के नाम
- मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बलजीत यादव से 16 लाख की ठगी.
- लड़ियाटांड़ थाना के कठोर गांव निवासी मनु यादव से साढ़े चार लाख की ठगी.
- जमुई के रहने वाले सुनील कुमार से पांच लाख रुपये की ठगी.
- धरहरा के निरंजन कुमार से पांच लाख रुपये की ठगी.
- धरहरा के सूरज कुमार से पांच लाख रुपये की ठगी.
इस घटना की जानकारी देते हुए मुंगेर एसडीपीओ नंदजी प्रसाद ने कहा कि एसपी को राहुल नाम के व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी. वह अपने आप को बेगूसराय में पोस्टेड दारोगा बताता था. जांच में बेगूसराय जिले के पुलिस अधिकारी से भी इसकी जानकारी ली गई तो पता चला कि इस नाम का कोई नहीं है.
बताया जाता है कि राहुल कुमार की पत्नी इस बार पंचायत समिति से जीती है. पिता वार्ड सदस्य से जीते हुए हैं. राहुल फर्जी दारोगा बनकर लोगों को लूटने का काम करता था. राहुल कुल 36 लाख रुपये की ठगी कर चुका है. अब तक पुलिस को सबूत मिले हैं. अब पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
यह भी पढ़ें- Gopalganj News: दबंगों ने युवक को इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया, शरीर पर जख्मों को देखकर कांप उठेंगे आप, VIDEO