पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में अल्प वर्षापात से उत्पन्न सुखाड़ की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्प वर्षापात के कारण संभावित परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रभावित किसानों की समस्याओं से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि किसानों के बीच वैकल्पिक फसल हेतु प्रचार-प्रसार करें और बीज की पर्याप्त उपलब्धता रखें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत जल के संरक्षण एवं हरियाली को बढ़ाने के लिए की गई है. इस अभियान के सभी अवयवों के कार्य प्रगति की नियमित समीक्षा करते रहें. जल संचयन के कार्यों में कहीं कोई अवरोध हो तो उसे जल्द दूर करें. नहरों में जलापूर्ति लगातार जारी रखें. समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक राज्य में 15 से 20 प्रतिशत रोपनी का कार्य हुआ है. अल्प वर्षापात के कारण संभावित उत्पन्न परिस्थिति से निपटने को लेकर विभाग तैयारी में जुटा है.
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इन आठ जिलों में कम हुई बारिश
वहीं, आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने वर्ष 2022 में एक जून से 8 जुलाई की अवधि में वर्षापात की स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस अवधि में आठ जिलों- अररिया, बेगूसराय, बक्सर, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, पूर्णिया एवं सुपौल को छोड़कर शेष 30 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत से भी कम वर्षा दर्ज किया गया है. उन्होंने वर्ष 2017 से 2021 तक के बारिश की वर्षवार विचलन प्रतिशत की स्थिति भी बताई. उन्होंने बताया कि नहरों में जल की आपूर्ति की जा रही है.
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