सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मामला जिले के जदिया थाना क्षेत्र के नंदना पंचायत के गोविंदपुर गांव का है, जहां शनिवार को जेबीसी नहर सायफन में एक पिता अपनी बेटी के साथ जूट को पानी में डालने और तैयार जूट को सुखाने के काम में लगा हुआ था. इस दौरान बेटी के बगल से गुजर रहे कुछ मनचलों ने उसपर तंज कसा. इस बात का पिता ने विरोध किया. हालांकि, ऐसा करना उनके सहित उनके परिजनों को महंगा पड़ गया.
20-25 लोगों ने मिलकर किया हमला
अचानक पहुंचे आदिवासियों के झुंड ने सभी पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया. हमले में पिता सहित लड़की के पैक्स अध्यक्ष चाचा और भाई घायल हो गए. घायलों में परसागढ़ी उत्तर पंचायत के 45 वर्षीय पैक्स अध्यक्ष रविन्द्र मंडल के सिर में गहरी चोटें आई हैं. लगातार ब्लीडिंग होने की वजह से उनकी स्थिति नाज़ुक बनी हुई है. सभी घायलों का त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि प्राथमिक इलाज के बाद पैक्स अध्यक्ष को डॉक्टरों ने नाजुक हालत में बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया है.
पहले गलती की मांगी माफी
पीड़िता के घायल पिता जितेंद्र मंडल ने बताया कि वो अपने परिजनों के साथ जेबीसी नहर के सायफन पर काम कर रहे थे, जिसमें उनकी 13 वर्षीय बेटी भी उनका सहयोग कर रही थी. इसी दौरान उधर से गुजर रहे कुछ मनचलों ने उसपर फब्तियां कसना शुरू कर दिया, जिसका उन्होंने विरोध किया. इस पर मनचलों ने पहले अपनी गलती स्वीकार की और माफी मांगी. थोड़ी देर बाद वही मनचले अपने 20 से 25 साथियों के साथ धारदार हथियार लेकर आए और सभी पर हमला कर दिया, जिसमें परिवार के सदस्यों सहित कुल चार लोग घायल हो गए.
मछली मारने को लेकर हुआ विवाद
सभी हमलावर सीमावर्ती अररिया जिला के सिरसिया कला पंचायत के गम्हरिया गांव के निवासी बताए जा रहे हैं. वहीं, इस बाबत जब त्रिवेणीगंज डीएसपी गणपति ठाकुर से पूछा गया तो उन्होंने छेड़खानी के आरोपों को दरकिनार करते हुए बताया कि जो जानकारी मिल पाई है, उसमें मछली मारने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में हुए मारपीट की बात सामने आई है. पहले आदिवासी लड़कों को मछली मारने से रोका गया और उसके साथ मारपीट की गई. तभी वो दो लोग ही थे, लेकिन बदला लेने के लिए उन्होंने ऐसा किया. फिलहाल, पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. सभी घायलों का इलाज कराया जा रहा है.
यह भी पढ़ें -