जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद जिले में शुक्रवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तालाब के किनारे बने 29 अवैध मकानों को बुल्डोजर चला कर ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था और किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना हो इस बाबत बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे. बता दें मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई सीएम नीतीश के जनता दरबार (Janta Darbar) में मिली शिकायत के आलोक में की गई है.
ध्वस्त किए गए मकानों में पूर्व सांसद स्व. हरिलाल प्रसाद सिन्हा (Harilal Prasad Sinha) और पूर्व मुखिया देवनंदन यादव (Devanand Yadav) के भी मकान का कुछ हिस्सा ध्वस्त शामिल है. स्व. हरिलाल प्रसाद सिन्हा जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से सांसद, स्व. रामसुंदर दास के मुख्यमंत्री काल में मंत्री और जहानाबाद विधानसभा से कई दफे विधायक भी रह चुके थे.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, जहानाबाद प्रखंड के मांदिल गांव में 15.5 एकड़ जमीन में बने तालाब के किनारे गांव वालों ने अतिक्रमण कर एक और तालाब बना लिया था. इस तालाब का नीतीश सरकार के जल जीवन हरियाली योजना के तहत उड़ाही और जीर्णोद्धार किया जाना था. लेकिन अतिक्रमण के कारण कार्य पूर्ण नहीं हो रहा था. इस बाबत ग्रामीणों ने सीएम नीतीश कुमार के जनता दरवार में जाकर अतिक्रमण हटवाने की गुहार लगाई थी. शिकायत मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का निर्देश दिया, जिसपर प्रशासन हरकत में आ गया और अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी.
क्या कहते हैं अंचलाधिकारी
इस बाबत सदर अंचलाधिकारी संजय कुमार अम्बष्ट ने बताया कि निर्देश के आलोक में पूरे तालाब की नापी करा अतिक्रमण करने वालों को नोटिस भेजी गई थी. उसके बाद अतिक्रमण वाद चलाकर 29 लोगों के अवैध रूप से निर्मित मकानों, गौशालाओं और चहदीवारी को ध्वस्त किया गया. बकौल सीओ मांदिल के अलावे जहानाबाद प्रखंड में जहां भी जलाश्यों, तालाबों और पोखरों के अतिक्रमण की शिकायत मिलेगी, वहां कार्रवाई की जाएगी.
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