Bihar News: IAS केके पाठक ने संभाला प्रभार, मंत्री सुनील कुमार भी रहे मौजूद, शराबबंदी को सफल बनाने का मिला है जिम्मा
केके पाठक वही अधिकारी हैं, जिन्हें साल 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कानून को सख्ती से लागू करने का जिम्मा सौंपा गया था. वे अपने सख्त मिजाज के लिए जाने जाने हैं.
पटना: वरिष्ठ आईएएस केके पाठक (KK Pathak) गुरुवार को मद्य निषेध विभाग के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने विभाग के अपर मुख्य सचिव का प्रभार ग्रहण किया. गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद (Chaitanya Prasad) ने केके पाठक को प्रभार दिया. इस दौरान मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार (Sunil Kumar) भी मौजूद रहे. बेहद सख्त मिजाज के माने जाने वाले 1990 बैच के आईएएस केके पाठक के कार्यालय आने के पहले से ही विभाग के कर्मचारी और अधिकारी कार्यालय में थे.
कल सरकार ने जारी की थी अधिसूचना
बता दें कि कल शाम में केंद्रीय नियुक्ति से वापस लौटने के बाद केके पाठक को मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. इससे पहले चैतन्य प्रसाद मद्य निषेध विभाग का अतिरिक्त प्रभार था. लेकिन अब उन्हें मुक्त कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री ने सौंपी थी बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि केके पाठक वही अधिकारी हैं, जिन्हें साल 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कानून को सख्ती से लागू करने का जिम्मा सौंपा गया था. अपने सख्त मिजाज के लिए जाने जाने वाले केके पाठक को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद राज्य सरकार ने निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव नियुक्त किया है.
मालूम हो कि जब बिहार में साल 2016 में शराबबंदी कानून लागू की गई थी तब केके पाठक पर भरोसा करते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी. उस वक्त तत्कालीन विपक्षी नेता सुशील मोदी ने उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इससे नाराज होकर उन्होंने बीजेपी नेता को लीगल नोटिस तक भेज दिया था.
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