Bihar News: केस 'मैनेज' करने के नाम पर घूस ले रहा था दारोगा, निगरानी की टीम ने रंगे हाथ दबोचा
डीएसपी ने बताया कि अहियापुर थाने में पदस्थापित दारोगा सदरे आलम दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं. शिकायत मिली थी कि उन्होंने केस को मैनेज करने के नाम पर रिश्वत की मांग की है.
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार को निगरानी की टीम ने घूसखोर दारोगा को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दारोगा की पहचान सदरे आलम के रूप में की गई है, जो जिले के अहियापुर थाना में तैनात था. जानकारी अनुसार दारोगा केस मैनेज करने के नाम पर एक शख्स से 10 हजार रुपये घूस ले रहा था. इसी दौरान पटना से मुजफ्फरपुर पहुंची निगरानी की टीम ने उसे दबोच लिया और अपने साथ पटना लेकर चली गई.
टीम को मिली थी शिकायत
दरअसल, निगरानी की टीम को शिकायत मिली थी कि अहियापुर थाना के केस नम्बर 342/21 को मैनेज करने के नाम पर दारोगा सदरे आलम ने केस के आरोपी के परिजनों से पैसों की मांग की है. शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने मामले की जांच की और मामले को सही पाया, जिसके बाद जाल बिछाकर अहियापुर थाना क्षेत्र के जीरोमाइल चौक के समीप से घूसखोर दारोगा को रंगे हाथ पकड़ा गया.
केस से नाम हटाने के लिए मांगे थे पैसे
इस संबंध में डीएसपी सुरेंद्र कुमार मौआर ने बताया कि अहियापुर थाने में पदस्थापित दारोगा सदरे आलम दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं. उनके संबंध में शिकायत मिली थी कि उन्होंने केस को मैनेज करने के नाम पर रिश्वत की मांग की है. किसी तबस्सुम आरा ने शिकायत की थी कि केस से नाम हटाने के लिए दारोगा द्वारा दस हजार रुपये की मांग की जा रही है.
उन्होंने कहा कि सूचना के आधार पर एसआई को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. अब निगरानी विभाग की टीम आवश्यक कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज रही है. दरअसल, अहियापुर थाना के बखरी चौक के पास दो महीने पहले पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हुई थी. इसी केस से नाम हटाने के लिए घूस की मांग की गई थी.
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