औरंगाबाद: जिला जेडीयू का अंतर्कलह एक बार फिर उभरकर उस वक्त सामने आ गया, जब भंग हो चुकी जिला कार्यकारिणी को पुनर्गठित करने के लिए पार्टी के चुनिंदा कार्यकर्ताओं से एक फॉर्मेट पर उनका मंतव्य लिया जा रहा था. इस दौरान जिला संगठन प्रभारी एलबी सिंह मुर्दाबाद के नारे लगे. सर्किट हाउस में चल रही इस बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष और वर्तमान जिलाध्यक्ष के समर्थकों के बीच जमकर हाथापाई हुई.


आपस में उलझ गए कार्यकर्ता
 
मामला इस हद तक बढ़ा कि जिला प्रशासन को इसमें दखल देना पड़ा और बलपूर्वक सबों को सर्किट हाउस से बाहर निकालना पड़ा. औरंगाबाद जिला के जेडीयू जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने बताया कि जिला प्रभारी डॉ.एलबी सिंह की अगुआई में यह बैठक चल रही थी. इस बैठक में एक पक्ष से लगभग ढाई सौ की संख्या में वैसे लोग बुलाये गए थे, जिनका जेडीयू से आज तक कोई सरोकार ही नहीं रहा है. ऐसे में बैठक में शामिल अन्य लोग आक्रोशित हो गए और आपस में उलझ गए.


इधर, किसान मोर्चा के जिला संयोजक नागेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान जिलाध्यक्ष के पक्ष में और विपक्ष में प्रस्ताव लिए जा रहे थे. एलबी सिंह द्वारा फॉर्मेट दिया जा रहा था ताकि पार्टी के लोग अपनी बातों को रख सकें. लेकिन विश्वनाथ सिंह के समर्थकों के द्वारा न सिर्फ हंगामा किया गया बल्कि मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. उसी में मामला उलझ गया.


पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप


सर्किट हाउस में जेडीयू नेताओं के बीच हो रहे हंगामे की सूचना पर एसडीओ विजयंत, एसडीपीओ गौतम शरण ओमी, नगर थाना अध्यक्ष अंजनी कुमार भारी पुलिस बल के साथ सर्किट हाउस पहुंचे और पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह, जेडीयू जिला अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह एवं उनके समर्थकों को बाहर का रास्ता दिखाया. हालांकि, इस दौरान एल बी सिंह ने पार्टी के वरीय नेताओं को बुला लिया. लेकिन बाहर का माहौल काफी गर्म रहा. 



यह भी पढ़ें -


Bihar: जीत की खुशी में डीजे बजा रहे थे मुखिया समर्थक, पुलिस ने रोका तो दौड़ा-दौड़ाकर की पिटाई


घर में मिनी गन फैक्ट्री चला रहा था शख्स, लोगों को भरमाने के लिए अपनायी थी ये तरकीब, फिर ऐसे हुआ खुलासा