Bihar News: 'मेरी पत्नी 30-35 बार भाग गई, क्या करूं', बिहार के 'गुप्ता जी' बोले- आत्महत्या कर लूंगा, जानिए मामला
Kaimur Love Marriage: मामला जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहरक गांव का है. पीड़ित शख्स कृष्ण मुरारी गुप्ता की शादी 2017 में हुई थी. थाना-पुलिस तक मामला पहुंच चुका है.

कैमूर: बिहार के कैमूर में एक महिला अपने पति को छोड़कर 30-35 बार भाग चुकी है. परेशान पति दो बच्चों को लेकर भीख मांगकर किसी तरह पेट पाल रहा है. मामला जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहरक गांव का है. कृष्ण मुरारी गुप्ता का एक चार साल का बेटे और एक छह महीने की बेटी है. नौकरी छोड़ सड़क पर बैनर लेकर बच्चों के साथ भीख मांग रहे हैं. बैनकर देखकर गुरुवार को जब मीडिया ने कुछ सवाल किए तब पूरी बात बताई. कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे.
पूरा मामला बताते हुए कृष्ण मुरारी गुप्ता ने कहा कि 17 नवंबर 2017 को उनकी शादी हुई थी. उन्होंने अपनी पसंद की लड़की से शादी की थी. लड़की कैमूर के नुआंव गांव की रहने वाली है. कृष्ण मुरारी गुप्ता ने कहा कि वह मुंबई में एक बड़े अस्पातल में काम करते थे. पहले कोर्ट में और फिर बाद में मंदिर में शादी की थी. कुछ दिनों के बाद पत्नी से विवाद होने लगा. दो बच्चे हुए. बाद में उन पर दहेज प्रताड़ना का केस कर दिया गया.
बार... बार... पत्नी फरार! चार महीने की लड़की और चार साल के लड़के के साथ भीख मांग कर कृष्ण कुमार गुप्ता का गुजारा हो रहा है. परिवार में कोई नहीं है. पत्नी के मायके वाले कुछ सुनते नहीं... कई बार पत्नी भाग चुकी है. बिहार के कैमूर का मामला. Edited by @iajeetkumar pic.twitter.com/vIul9btWpM
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) January 6, 2023
यह मामला उस समय एसपी तक भी पहुंचा था. एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गहनता से जांच की और पति-पत्नी को पुनः मिला दिया. यह बात नहीं बनी और पत्नी विवाद होने की वजह से भाग गई. कृष्ण गुप्ता ने कहा कि उनकी पत्नी 30-35 बार फरार हो चुकी है. वह अपना काम छोड़कर इन दोनों बच्चों की परवरिश करने में लगे हैं.
'साथ में कोई नहीं रहता'
कृष्ण मुरारी गुप्ता ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि उनके साथ उनके माता-पिता नहीं रहते हैं. बच्चों को देखने वाला घर पर कोई नहीं है. माता-पिता औरंगाबाद में रहते हैं. पिता बीमार रहते हैं. शादी अपनी मर्जी से करने के बाद माता-पिता ने कह दिया था घर से अलग हो जाने के लिए.
"शौक नहीं मजबूरी है, दो बच्चों की परवरिश जरूर है. देना है तो काम दीजिए नहीं तो दान दीजिए." बैनर पर यही लाइन के साथ बच्चों के साथ कृष्ण मुरारी गुप्ता सड़क पर भीख मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने कोरोना काल से लेकर अब तक मदद की है. बहुत सारे ऐसे भी थानाध्यक्ष आए जो बेटा-बेटी के लिए दूध भी उपलब्ध कराते थे. अब बच्चों के साथ भीख मांगते हैं.
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