CM नीतीश के सपने को पलीता लगा रही हरियाणा की पुलिस! अरवल की ये घटना जानकर चौंक जाएंगे आप
अरवल पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है. इसकी जानकारी बिहार पुलिस मुख्यालय को दी गई है. गाड़ी का रजिस्ट्रेशन हरियाणा के पलबल एसएसपी के नाम पर है.
पटना: शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) की संवेदनशीलता किसी से छिपी नहीं है. मुख्यमंत्री हर हाल में कानून को राज्य में शत प्रतिशत लागू कराने को लेकर संकल्पित हैं. इस काम में उन्होंने पुलिस को भी प्रो-एक्टिव रहने को कहा है. ताकि शराब की तस्करी और धंधेबाजों पर नकेल कसा जा सके. हालांकि, शराब तस्कर अगल-अगल हथकंडे अपना कर सीएम नीतीश के सपने में पलीता लगाते दिखते हैं. वहीं, कई बार इसमें पुलिस की संलिप्तता पाई जाती है.
हरियाणा पुलिस के अधिकारी की गाड़ी से तस्करी
ताजा मामला बिहार के अरवल जिले का है, जहां शुक्रवार की देर रात मेहंदिया थाने की पुलिस ने हरियाणा नंबर स्विफ्ट डिजायर कार से हजारों की अंग्रेजी शराब जब्त की थी. जांच पड़ताल में ये बात सामने आई कि कार का रजिस्ट्रेशन हरियाणा के पलबल जिले के एसएसपी के नाम से है. ऐसे में अरवल पुलिस मामले की गहराई से छानबीन में जुट गई है.
संदिग्ध अवस्था में पड़ी हुई थी कार
बता दें कि एनएच-139 स्थित वलिदाद कर्बला से शराब की बरामदगी की गई है. दरअसल, औरंगाबाद की ओर से आ रही एचआर नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार दुर्घटनाग्रस्त हालत में मिली. एनएच पर रात्रि गश्त कर रही पुलिस की टीम ने जब दुर्घटनाग्रस्त कार को देखा तो वो असहज स्थिति में आ गई, क्योंकि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार की जांच पड़ताल की तो उसमें कोई भी व्यक्ति सवार नहीं मिला. लेकिन उस की डिक्की में विदेशी शराब का जखीरा मिला.
मामले की गंभीरता से जांच कर रही पुलिस
ऐसे में पुलिस ने कार को दूसरी गाड़ी के सहारे खींचकर थाना परिसर में लाया गया और शराब की गिनती की. कार की डिक्की से 301 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई. वहीं, जब पुलिस ने कार के नंबर की सर्विलांस के माध्यम पर जांच की तो पाया कि पलबल एसएसपी, हरियाणा के नाम से गाड़ी रजिस्टर्ड है. जानकारी मिलने के बाद अरवल पुलिस सकते में है. इस बाबत अरवल पुलिस उपाधीक्षक रौशन कुमार ने बताया कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है. इसकी जानकारी बिहार के पुलिस मुख्यालय को दी गई है. गाड़ी का रजिस्ट्रेशन पलबल एसएसपी के नाम पर है, परंतु मामले में सच्चाई क्या है इसका अनुसंधान जारी है.
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