पटना: बिहार में कम खपत करने वाले बिजली उपभोक्‍तओं (Electricity Consumer) को आने वाले दिनों में झटका लग सकता है. राज्‍य में बिजली की दर एक समान यानी फ्लैट रेट करने की तैयारी की जा रही है. स्‍मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने के बाद इस योजना को लागू करने की तैयारी है. अभी यहां पर अलग-अलग यूनिट के अनुसार बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। शहरी और ग्रामीण इलाके के लिए बिजली की दर अलग-अलग है. 


ग्रामीण इलाकों में घरेलू उपभोक्‍ताओं के लिए 0-50 यूनिट तक को एक स्‍लैब में रखा गया है, दूसरा स्‍लैब 51-100 और तीसरे स्‍लैब में 100 से अधिक यूनिटों को रखा गया है. शहरी क्षेत्र में घरेलू उपभोक्‍ताओं के लिए पहला स्‍लैब 0-100 यूनिट, दूसरा 101-200 और तीसरा स्‍लैब 200 से ऊपर है. अब सारे स्‍लैब को हटाकर आने वाले दिनों में फ्लैट रेट लागू करने की तैयारी की जा रही है. इस नियम के लागू हो जाने के बाद आप एक यूनिट खपत करें या एक हजार, सभी का एक ही दर से भुगतान करना होगा. इसे बिहार विद्युत विनियामक आयोग के माध्‍यम से लागू किया जाएगा. 


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कम खपत करने वाले उपभोक्‍ताओं को होगा नुकसान 


बिहार में अभी एक यूनिट बिजली की आपूर्ति का खर्च सात रुपये से अधिक है, जबकि यहां उपभोक्‍ताओं को इससे कम दर पर बिजली दी जा रही है. ऐसे में सरकार को हर साल सस्‍ती बिजली देने के मद में करोड़ों रुपये खर्च करनी पड़ रही है. इस नियम के लागू हो जाने के बाद सरकार का बोझ कम हो सकता है, हालांकि जब एक समान बिजली दर लागू होगी तो उस समय क्‍या दर तय होगी, ये तो अभी नहीं कहा जा सकता है. हालांकि इससे कम बिजली खपत करने वालों को नुकसान हो सकता है. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने कहा कि एक समान बिजली दर की योजना पर बिजली कंपनी काम कर रही है, प्री-पेड मीटर लगाने के बाद इस योजना को लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी. 


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