पटनाः विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने सोमवार को चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी पर निशाना साधा. सहनी ने कहा कि बीजेपी की नीति ही ’यूज एंड थ्रो’ की रही है. हमारी बात छोड़ दीजिए, आखिर एक साल पहले जिस दिवंगत रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया था आज उनकी ही पत्नी को बेइज्जत कर घर से बाहर निकाल दिया गया.
आगे मुकेश सहनी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी के खिलाफ इस्तेमाल कर लिया गया और अब प्रताड़ित किया जा रहा है. चिराग पासवान के पिता आज भी दलितों के दिलों में बसते हैं और आज उनके पुत्र और पत्नी को बेघर कर दिया गया. चिराग खुद कह रहे हैं कि उन्हें तो घर खाली करना ही था, लेकिन बेइज्जत कर घर से निकाला गया. रामविलास की तस्वीर घर के बाहर फेंक दी गई.
संत कबीर के दोहे के जरिए नसीहत देते हुए मुकेश सहनी ने कहा- "तिनका कबहूं ना निंदिये, जो पांव तले होय. कबहूं उड़ आंखों में पड़े, पीर घनेरी होय." पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारे साथ क्या हुआ, यह सबको पता है. अब यह चुनाव एक बड़ा मौका है जब ऐसी राजनीति करने वालों से वोटों के जरिए बदला लिया जाए, जो सत्ता तक पहुंचने के लिए किसी का यूज तो करते है, लेकिन जब वह अपना हक मांगते हैं तो उन्हें फेंक देते हैं.
‘डॉ. गीता कुमारी की जीत तय’
सहनी ने कहा कि आप लोगों के प्यार, समर्थन देखकर ऐसा तय है कि वीआईपी की प्रत्याशी डॉ. गीता कुमारी की जीत तय है, लेकिन विरोधी को कम आंकना हमारी भूल होगी. उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार की न केवल राजनीति की दिशा तय करेगी बल्कि यह भी तय करेगी कि सियासत में मछुआरों और अति पिछड़ों की हिस्सेदारी कितनी होगी.
यह भी पढ़ें- Bihar News: पप्पू यादव और अरुण कुमार की जहानाबाद कोर्ट में हुई पेशी, CM नीतीश कुमार और लालू यादव से जुड़ा है मामला