लोक आस्था का महापर्व छठ सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया. इस दौरान देशभर में छठ की धूम रही. दुनिया के दूसरे देशों में भी छठ पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया. इस बीच छठ की एक अच्छी खबर बिहार के गोपालगंज जिले से आई है. वहां कई कुछ गांवों में 50 से अधिक मुसलमान महिलाओं ने छठ का व्रत रखा. उन्होंने पूरे विधि-विधान से छठ की परंपराओं को निभाया. ये महिलाएं पिछले 15-20 साल से छठ व्रत कर रही हैं.
गोपालगंज के किन-किन गांवों में मुस्लिम महिलाओं ने की छठ पूजा
गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर प्रखंड के सिरसा और शंकरपुर गांव के 18 मुस्लिम परिवारों की महिलाएं छठ का व्रत रखती हैं. इन महिलाओं ने खरना का प्रसाद बनाने के लिए अलग से मिट्टी का चूल्हा बनाया. पिसवाने से पहले गेहूं को साफ-सुथरा किया. इस दौरान उनके परिवार के पुरुष सदस्य घाटों की साफ-सफाई के काम में जुटे रहे. इसी तरह बसहा और जगदीशपुर गांव की मुस्लिम महिलाओं ने भी छठ का व्रत रखा. इस तरह गोपालगंज में सात गांवों में 50 से अधिक महिलाओं ने छठ का व्रत किया.
बैंकुठपुर प्रखंड के गांव सिरसा की रहने वाली सैरूल, बच्चा मिया, आसमां खातून, जगदीशपुर के इंताफ मिया और जुलेखा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि छठी मइया से बेटे की मन्नत मांगी थी, जो पूरी हो गई. इसलिए वो छठ का व्रत करती हैं.
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने दिया अर्घ्य
छठ का तीन दिन का व्रत सोमवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया. बिहार के अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, ओडिशा, दिल्ली समेत के देश के अलग-अलग राज्यों में छठ की धूम रही. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना में ही छठ पर अर्घ्य दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सरकारी आवास में अपने परिजनों के साथ छठ उत्सव में शामिल हुए. वहीं तेजस्वी यादव ने सोमवार सुबह पटना के दीघा घाट पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. उन्होंने रविवार को पटना के मीनार घाट पर छठव्रतियों के साथ अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया था.
ये भी पढ़ें
Bihar: पटना में छठ घाट पर सफाई के दौरान हादसा, दरधा नदी में डूबने से 2 बच्चों की मौत