नालंदाः कोरोना वैक्सीनेशन (Corona vaccination) के मामले में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की एक बार फिर लापरवाही देखने को मिली है. देश में किशोर और किशोरियों को जहां को-वैक्सीन की डोज दी जा रही है वहीं बिहार के नालंदा में सोमवार को दो किशोर भाइयों को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड लगा दी गई. दोनों बिहारशरीफ के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले हैं. दोनों सोमवार की सुबह 10 बजे के करीब नालंदा स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित टीकाकरण केंद्र आईएमए हॉल पहुंचे थे. यहीं दोनों को टीका लगाया गया है.


बताया जाता है कि सारी प्रक्रिया जब पूरी हो गई तो पता चला कि उसे और उसके भाई को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड लगा दी गई है. जब इसके बारे में पूछा गया तो ऑपरेटर ने बताया कि कोविशील्ड लेने से कोई परेशानी नहीं होगी.  किशोर के पिता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है. वैक्सीन लगाने के बाद जब वह सीएस कार्यालय गए तो उन्हें डेढ़ घंटा ऑब्जर्वेशन में रखा गया और यह कह कर भेज दिया गया कि अगर कोई परेशानी होगी तो उनके घर मेडिकल टीम जाएगी.


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लगाई गई कोविशील्ड और बताया को-वैक्सीन


वहीं टीका लगवाने के बाद अब किशोर के माता-पिता को अनहोनी की चिंता सता रही है. उन्हें डर लग रहा है कि उनके बेटों को कुछ हो न जाए. किशोर के पिता ने कहा कि एक तो वैक्सीन देने में लापरवाही बरती गई और दूसरी ओर सर्टिफिकेट में को-वैक्सीन ही दर्शाया गया है. इसकी शिकायत की गई तो आनन-फानन में टीका देने वाले दोनों कर्मियों को वहां से हटा दिया गया. इसके बाद आगे क्या कार्रवाई हुई इसके बारे में जानकारी नहीं है.


सिविल सर्जन ने क्या कहा?


इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी मिली है. टीका देने वाले कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा गया है. नए जीएनएम के द्वारा यह गलती हुई है. किशोर के परिजनों को आश्वस्त कर दिया गया है. उन्हें स्वास्थ्य विभाग का नंबर उपलब्ध करा दिया गया है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर 24 घंटे मेडिकल सेवा उनके लिए उपलब्ध करा दी गई है.


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