सीवान: बिहार के सीवान जेल में बंद एक कैदी को एनआईए (NIA) की टीम सोमवार को उसे लेकर जम्मू कश्मीर चली गई. अचानक पहुंची एनआईए की टीम ने जेल में बंद एक कैदी से पूछताछ कर उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया. यहां से कोर्ट के आदेश के बाद टीम उसे लेकर आज जम्मू कश्मीर गई है. इधर, इस पूरे मामले के बाद जेल में भी हड़कंप मच गया है. इस दौरान एनआईए की टीम और याकूब से भी मीडिया ने बयान लेना चाहा लेकिन दोनों बोलने से बचते रहे.
दरअसल, कुछ माह पूर्व बड़हरिया से एक युवक चुन्नू की गिरफ्तारी जम्मू कश्मीर पुलिस के द्वारा की गई थी. इसी मामले में एनआईए की टीम सीवान पहुंची थी. एनआईए की टीम ने मंडल कारा में बंद एक कैदी याकूब से एक दिन पहले ही जेल में ही पूछताछ की थी. आज सोमवार को उसे सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. यहां कोर्ट से आदेश मिला कि एनआईए की टीम उसे साथ ले जा सकती है. इसके बाद टीम याकूब को लेकर रवाना हो गई.
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चुन्नू नाम के व्यक्ति की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि बड़हरिया निवासी चुन्नू जिसकी गिरफ्तारी हुई थी उसके तार आतंकी संगठन से जुड़े होने की बात सामने आई थी. इसको लेकर लगातार एनआईए की नजर बनी थी. चुन्नू के बाद बभनौली के इरफान को भी एनआईए पकड़कर ले गई है. कहा जा रहा है कि अभी और ऐसे कई लोगों का नाम आ सकता है.
याकूब पहले से है हिस्ट्रीशीटर
याकूब खान पहले से हिस्ट्रीशीटर है. 2017 में मिनहाज खान की हत्या हुई और फिर उसके बड़े भाई जुल्फिकार अली भुट्टो की 2021 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसमें याकूब जेल में बंद था. वहीं याकूब ने 2021 में एक व्यवसायी से रंगदारी और कन्हौली के मुखिया संजीव कुमार से भी 2019 में रंगदारी मांगी थी. याकूब अपने इलाके में अपराध के जगत का बेताज बादशाह रह चुका है. याकूब हत्या मामले में सीवान जेल में बंद था.
इधर, याकूब के अधिवक्ता चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बड़हरिया के चुन्नू को भी कुछ माह पूर्व एनआईए की टीम उठाकर अपने साथ ले गई थी. उसी ने याकूब के बारे में शायद कुछ खुलासा किया है, जिसपर आज कोर्ट के आदेश पर एनआईए उसे ले गई है.
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