जहानाबादः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की छाती तोड़ने और लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को धृतराष्ट्र कहने के आरोप को लेकर जहानाबाद कोर्ट में सोमवार को बिहार के दो पूर्व सांसदों की पेशी हुई. पप्पू यादव (Pappu Yadav) और अरुण कुमार (Arun Kumar) जहानाबाद न्‍यायालय में पेश हुए. कोर्ट ने इस मामले की अगली तारीख मुकर्रर की है. दोनों पूर्व सांसदों ने जस्टिस राकेश कुमार रजक के कोर्ट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.


जहानाबाद कोर्ट में चल रहे इस मामले की सुनवाई पटना हाई कोर्ट में करवाने की दोनों सांसदों ने मांग की थी लेकिन कोर्ट से राहत नहीं मिली. इसके ठीक बाद जहानाबाद व्‍यवहार न्‍यायालय ने दोनों पूर्व सांसदों को हाजिर होने का फरमान सुनाया था. इनमें एक जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार को तो दूसरे हैं मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्‍पू यादव.


अरुण कुमार पर नीतीश कुमार का सीना तोड़ने और पप्पू पर लालू यादव को धृतराष्ट्र कहने के साथ-साथ कई आपत्तिजनक बात कहने का आरोप है. जहानाबाद कोर्ट में डॉ. चंद्रिका प्रसाद यादव ने परिवाद दायर किया था. कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए सशरीर उपस्थित होने का निर्देश दिया था.


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पप्पू यादव और अरुण कुमार ने कही ये बात


जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि इस तरह के मामलों से अदालत के साथ ही बाकी लोगों का समय भी बर्बाद होता है. पप्पू यादव ने कहा कि नेता अगर जनता की आवाज नहीं उठाएंगे तो फिर आखिर उनकी बात कौन रखेगा? पूर्व सांसद और एलजेपी (रामविलास ) नेता अरुण कुमार ने भी दर्ज धाराओं के तहत केस को गलत बताया. अरुण कुमार ने कहा कि जो सार्वजनिक जीवन में है उसके साथ इस तरह का आचरण सही नहीं है. सरकार चाहती है कि उनकी हां में हां मिलाई जाए.


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