(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: डॉ को पकड़ने मरीज बनकर पहुंची पुलिस, गोपालगंज में फरार चिकित्सक का ही कर दिया इलाज, जानें पूरा मामला
Gopalganj News: मामला साल 2022 का है जब से डॉ फरार चल रहा था. सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है.
गोपालगंज: जिले के बरौली अस्पताल में महिला की मौत के बाद से डॉ फरार हो गया था. वह महम्मदपुर में प्रैक्टिस कर रहा था. पुलिस ने जाल बिछाकर चिकित्सक को दबोचा है. रविवार को डॉ के यहां पुलिस मरीज बनकर पहुंची और अपने शिकंजे में ले लिया. वहीं उनसे लंबी पूछताछ के बाद सोमवार को जेल भेज दिया. एक वर्ष पहले बरौली के आदित्य अस्पताल में महिला की गैर इरादतन हत्या के आरोपित डॉक्टर आर किशोर सिंह को पुलिस ने रविवार को महम्मदपुर से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस का फिल्मी अंदाज
पुलिस डॉक्टर के दरवाजे पर मरीज बनकर रात में पहुंची. डॉक्टर इलाज के लिए निकले तो दबोच लिया. पुलिस के अधिकारियों ने घंटों पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. बरौली के अस्पताल को पुलिस द्वारा सील कर देने के बाद डॉ आर किशोर सिंह महम्मदपुर अपने गांव के बाजार में अपना क्लीनिक खोला था. इधर, पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. बरौली के थानेदार अश्विनी तिवारी ने मुखबिरों से मिले इनपुट के आधार पर रविवार की रात में महम्मदपुर में छापेमारी कर गिरफ्तार किया.
मुन्ना भाई चला रहे थे आदित्य अस्पताल
महिला की मौत पर पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि डॉ उपेंद्र कुमार, उसकी मां मंजू देवी, डॉ पिंकी कुमारी, डॉ आर किशोर सिंह ने मिलकर आदित्य अस्पताल खोला था. किसी के पास कोई वैद्य डिग्री नहीं थी. होर्डिंग लगा कर एजेंट के जरिए मरीजों को बुलाकर मोटी रकम वसूलते थे. पुलिस की जांच में आरोपितों की बात सत्य पाई गई. मुन्ना भाई मिलकर अस्पताल का संचालन किया करते थे जिससे अस्पताल को सील कर दिया गया. आज भी अस्पताल सील है.
ऑपरेशन में महिला की मौत होते ही भाग निकले थे डॉ
साल 2022, 29 अप्रैल को बरौली मंडी के रहने वाले कन्हैया शर्मा की पुत्री किरण देवी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे आदित्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन करने की बात कही गई. एक लाख रुपये की मांग भी की गई. वहीं 40 हजार जमा भी किए गए. थोड़ी देर में ऑपरेशन के दौरान मरीज की हालत बिगड़ गई. डॉक्टर और नर्स सभी मरीज को वैसे ही छोड़कर बिना कुछ बोले भाग निकले. परिजन डॉक्टर और नर्स को अस्पताल में खोजने लगे, लेकिन सभी गायब मिले. जब अंदर गए तो पता चला कि मरीज किरण देवी का मौत हो गई थी.
मौत के बाद हुआ था भारी हंगामा
वहीं मौत के बाद परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा. बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस कार्रवाई में जुटी थी. तत्कालीन थानाध्यक्ष अमरेंद्र साह ने अस्पताल में पहुंचकर अस्पताल को सील कर दिया. मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मामले में डॉक्टर और नर्स के खिलाफ बरौली लकड़ी मंडी के कन्हैया शर्मा के तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
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