Bihar News: जेल में बंद कुख्यातों की पंचायत चुनाव पर नजर! खुफिया अलर्ट के बाद हरकत में आई पुलिस
जेल में बैठे अपराधियों के पास मोबाइल होने की इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक चिंता बढ़ी हुई है. गोपालगंज जेल में अभी 86 से अधिक अपराधी ऐसे हैं, जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं.
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन शुरू होने के साथ ही चनावे जेल में बंद अपराधी चुनाव की केमेस्ट्री बनाने में जुट गए हैं. सुत्रों की मानें तो चुनाव में जेल से ही सेटिंग कर अपने प्रभाव से अपने खास की जीत सुनिश्चित कराने को लेकर वे जोड़-तोड़ कर रहे हैं. जेल में बंद कई बड़े अपराधियों से जुड़े मुखिया, जिला पर्षद, बीडीसी, सरपंच, वार्ड सदस्य चुनाव के प्रत्याशी हैं. ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा के साथ ही अपराधियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
बढ़ा दी है जेल की निगारनी
खबर है कि अपने चहेतों को जिताने के लिए अपराधी जेल में बैठकर मोबाइल से लोगों को फोन कर चुनाव को मैनेज कराने में जुटे हुए हैं. चुनाव में छोटे-बड़े कई राजनीतिक दलों के दबंग लोग चुनावी मैदान में है. ऐसे में इस बार पुलिस पहले ही बड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. खुफिया अलर्ट आने के बाद पुलिस की बेचैनी भी बढ़ गई है. अधिकारियों ने जेल की निगारनी बढ़ा दी है.
जेल में बैठे अपराधियों के पास मोबाइल होने की इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक चिंता बढ़ी हुई है. गोपालगंज जेल में अभी कुख्यात, शातिर, माफिया किस्म के 86 से अधिक अपराधी ऐसे हैं जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में विजयीपुर, भोरे, कटेया, फुलवरिया, उचकागांव, हथुआ, बैकुंठपुर, बरौली, सदर, कुचायकोट में चुनाव में हिंसा की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है.
जेल से जारी होगा वोट देने का फरमान
जेल से ही अपराधी वोट देने का फरमान जारी करते रहे हैं. अपराधियों के इस फरमान के लिए प्रत्याशी इनका सहयोग भी मांगते हैं. गंडक नदी के दियारा इलाका के गरीब, बेबश और कमजोर तबके के लोगों को वोट देने का फरमान अपराधियों की ओर से 1980 के दशक से ही दिया जाता रहा है. विजयीपुर से लेकर बैकुंठपुर का कई पंचायत तो नक्सली प्रभावित होने के कारण भी काफी संवेदनशील रहा है. चुनाव में भी ये लोग अपने हिसाब से लोगों को मैनेज करने में जुटे हुए हैं. हार-जीत तय करने में जुटे अपराधी पुलिस के लिए परेशानी बढ़ा सकते हैं.
यूपी से मंगाये जाते रहे हैं शूटर
जेल में बैठे माफियाओं, अपराधियों के भी परिजन व रिश्तेदार चुनाव में भाग्य अजमाते हैं. ऐसे में जेल से ही सेटिंग कर यूपी से भाड़े पर शूटरों को भी बुलाया जाता रहा है. जो क्राइम करने के बाद आसानी से यूपी में भाग जाते हैं. पुलिस उनका सुराग नहीं ढूंढ पाती है. शातिर अपराधियों द्वारा इस चुनाव में चुनाव जीतने के लिए हर स्तर पर कोशिश शुरू कर दी गई है.
कार्रवाई में जुटी पुलिस
इस संबंध में गोपालगंज एसपी ने कहा कि जेल में बंद अपरधियों पर नजर रखी जा रही है. अपराधी कोई भी हो उनपर कार्रवाई तय है. पुलिस ग्राउंड लेवल पर इनपुट जुटा कर कार्रवाई करने की तैयारी में है. पुलिस किसी को छोड़ने वाली नहीं है. चुनाव को हर हाल में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरी रणनीति के साथ कार्रवाई में जुटी है.
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