गयाः बिहार के गया से एक ऐसा मामला आया जिसे जानकर आप पहली बार में चौंक जाएंगे. एक शख्स की गिरफ्तारी के बाद ऐसे-ऐसे नाम आए जिसे सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई. हालांकि पूरा मामला जानने के बाद पुलिस ने चैन की सांस ली. दरअसल, बीते शुक्रवार को एक मोबाइल चोरी के मामले में पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया उसने अपना नाम लालू यादव बताया, यहां तक तो ठीक था. पूछताछ में उसने आगे जैसे ही बताया कि इसमें नीतीश कुमार और मुलायम सिंह का भी हाथ है तो पुलिस चौंक गई. बाद में पता चला कि ये उसके गैंग के साथियों का नाम है.


शुक्रवार को गया के टिकारी अनुमंडल के मउ ओपी की थाना पुलिस ने चोरी के मोबाइल, लैपटॉप, सिम कार्ड के साथ कमालपुर से लालू यादव को गिरफ्तार किया था. चोरी की घटना के इस मामले में लालू के साथी नीतीश कुमार और मुलायम यादव फरार हैं. इस मामले में ईंट भट्ठा पर काम करने वाले गोपाल कुमार ने थाना में आवेदन दिया है.


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बताया जाता है कि मोबाइल चोरी की घटना 27 दिसंबर को हुई थी. घटना के बाद मोबाइल बंद कर दिया गया. इसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता चला कि पटना जिले के हेमनपुर गांव में फोन का इस्तेमाल हो रहा है. इसके बाद पुलिस ने नीतीश कुमार के ननिहाल हेमनपुर गांव से लालू यादव को पकड़ कर अपने साथ लाई. पुलिस ने हिरासत में लेकर गिरोह के अन्य साथियों के नाम पूछे तो इन नामों का खुलासा हुआ.


गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी


मउ ओपी थानाध्यक्ष रंजन चौधरी ने बताया कि कमालपुर निवासी लालू यादव ने अपने साथी नीतीश कुमार और मुलायम यादव के साथ मिलकर दो मोबाइल की चोरी की थी. लालू यादव की निशानदेही पर पुलिस पटना जिले के खिरीमोड़ थानाक्षेत्र के हेमनपुर गांव पहुंची जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई. ननिहाल में छापेमारी के दौरान चोरी की गई लैपटॉप और अन्य सामान को बरामद किया गया. नीतीश कुमार और मुलायम यादव फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.


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