Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को बीजेपी के साथ अपना रिश्ता तोड़ लिया. उन्होंने राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ करीब 17 सालों तक बिहार में सरकार चलाई. बीजेपी ने नीतीश के इस कदम को जनता के साथ धोखा बताया है. उसका कहना है कि चुनाव में जनता इस पर फैसला करेगी. वहीं उसने नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ जाने पर आश्चर्य भी जताया है.
नीतीश के मंत्री ने इस्तीफे पर क्या कहा?
नीतीश कुमार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार की जनता ने लालू राज को सत्ता से बाहर रखने के लिए जनमत दिया था, लेकिन आज फिर वही लालू राज सत्ता में वापस आया है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इससे बिहार की जनता को कष्ट पहुंचा है. चोट पहुंचा है. पांडेय ने कहा कि यह नैतिकता की लड़ाई है और इसे बीजेपी बिहार की जनता के साथ मिलकर लड़ेगी.
वहीं नीतीश कुमार के इस कदम पर केंद्रीय मंत्री और बिहार से आने वाले सांसद आरके सिंह ने कहा कि आरजेडी का 15 साल का शासन राज्य को पीछे ले गया था. उन्होंने कहा कि इस बात को नीतीश कुमार ने खुद ही कई बार कह चुके हैं.आरके सिंह ने कहा कि अब आरजेडी के साथ जाकर इसे किस तरह से सही साबित करेंगे.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आरजेडी को भ्रष्ट बता चुके हैं.उन्होंने कहा कि यह सत्ता की राजनीति है, यहां कोई नैतिकता नहीं है. उन्हें इसके लिए शर्म आनी चाहिए.
बिहार में 2020 का चुनाव किसके चेहरे पर लड़ा गया
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने एबीपी से कहा,''यह बिहार की जनता के साथ धोखा है. हमने जब 2020 का चुनाव नीतीश कुमार को चेहरा बनाकर लड़े थे, तो जनता ने नरेंद्र मोदी के बातों और वादों पर विश्वास कर हमें वोट दिया था. अपनी पार्टी को कम सीटें आने पर नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री बनने को राजी नहीं थे. लेकिन हमने कहा कि हमने वायदा किया है बिहार की जनता के साथ, हम उसके साथ धोखा नहीं होने देंगे, इसलिए आपके ही नेतृत्व में सरकार बनेगी.हमने उनके साथ सरकार बनाई, वह सरकार बेहतर तरीके से चल भी रही थी. लेकिन नीतीश कुमार जी ने जतना के साथ धोखा किया है.''
यह भी पढ़ें
Bihar Political Crisis: BJP से क्या दिक्कत है? इस सवाल पर नीतीश कुमार ने दिया ये जवाब