पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले इसके लिए लगातार कोशिश हो रही है. अब इसकी मांग राज्यसभा तक पहुंच चुकी है. राज्य में विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने एक बार फिर से इस मुद्दे को उठाया है. आरजेडी के सांसद मनोज झा (Manoj Jha) गुरुवार को राज्यसभा में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव लेकर आए. मनोज झा ने सभापति से कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.
इसके पहले जेडीयू भी विशेष राज्य के दर्जे को लेकर लगी हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने खुद नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्र से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. हालांकि, गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद बीजेपी (BJP) विशेष राज्य के दर्जे की मांग से इत्तेफाक नहीं रखती. बीजेपी के मंत्रियों का साफ तौर पर कहना है कि विशेष राज्य के दर्जे की कोई जरूरत नहीं है.
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बैकफुट पर आने के लिए तैयार नहीं जेडीयू
जातीय जनगणना के मुद्दे की ही तरह नीतीश अब विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर भी बैकफुट पर आने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. इसी का नतीजा है कि जेडीयू के नेता और मंत्रियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी के नेता ये जस्टिफाई करने में जुट गए हैं कि आखिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों दिया जाना चाहिए. उन्होंने ट्विटर पर एक हैशटैग की शुरुआत की है, जिसे "देश_के_प्रधान_बिहार_पर_दें ध्यान." का नाम दिया गया है.
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