पटना: यूपी पुलिस ने रविवार को एनकाउंटर में दो अपराधियों को मार गिराया. पहचान हुई तो दोनों बिहार के कुख्यात अपराधी निकले. दोनों को बिहार पुलिस लंबे समय से ढूंढ रही थी. वह पटना के जेल से कुछ महीने पहले ही भागे थे. बिहार में उन्होंने बैंक लूटने की वारदात को अंजाम दिया था और पांच साल से जेल में सजा काट रहे थे. इस मामले पर बीजेपी नेता संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने बिहार की नीतीश सरकार (Bihar Govt) पर तंज कसा है. उन्होंने यूपी की योगी सरकार (Yogi Adityanath Govt) और बिहार की नीतीश सरकार के बीच उपचार का फर्क बताया है.
‘अपराधियों के लिए बिहार और यूपी सरकार में उपचार का फर्क’
सोमवार को संजय जायसवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा कि बिहार के दो दुर्दांत अपराधी ने उत्तर प्रदेश में अपराध करने की योजना बना ली, फिर क्या हुआ, जो होना चाहिए था. योगी सरकार की पुलिस ने बिहार वाली सरकार की गलतफहमी दूर कर दी. जीरो टॉलरेंस की नीति से सही जगह पहुंचा दिया. बस सरकार और उपचार का फर्क है! संजय जायसवाल का कहना है कि बिहार में अपराधियों को बर्दाश्त किया जाता है, लेकिन यूपी में उनका सीधा इलाज कर दिया जाता है. यही कारण है कि दोनों सरकार में उपचार का फर्क है.
पांच साल से जेल में बंद थे
यूपी के वाराणसी में रविवार की सुबह पुलिस की एनकाउंटर में दो सगे भाई मारे गए. हालांकि एक भाई वहां से भागने में सफल रहा. बताया जाता है वह समस्तीपुर के गोलवा थाना मोहिउद्दीन नगर के रहने वाले थे. उन्होंने बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया था. उनको साल 2017 में पैसों के साथ पकड़ा गया था. इसके बाद से वह पटना के एक जेल में बंद थे. मृतक भाइयों की पहचान रजनीश उर्फ बऊआ और मनीष के रूप में हुई है. वहीं भागने वाले ललन सिंह था.
मुठभेड़ के बाद पहचान होने पर पुलिस रह गई हैरान
सितंबर 2022 में पेशी के दौरान वो हाजत से भागने में सफल हो गए थे. उधर, वाराणसी पुलिस दारोगा से पिस्टल लूट और उनको गोली मारने की घटना की जांच कर रही थी. इसी दौरान इसके आरोपियों को पुलिस ढूंढ रही थी. रविवार की अहले सुबह पुलिस की अपराधियों से मुठभेड़ हुई जिसमें दो लोग ढेर हो गए. इनकी पहचान सामने आने के बाद पुलिस हैरान रह गई. ये वही कुख्यात थे जो बिहार की जेल से फरार थे. अब पुलिस मुठभेड़ में वह मारे गए तो बीजेपी नेता ने बिहार की नीतीश सरकार को घेर लिया.
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