Bihar News: कैमूर में पहली बार शाकाहारी और मांसाहारी पशुओं की होगी साइंटिफिक गणना, जानिए वजह
Kaimur News: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पशुओं की गणना होती रही है. वहीं, कैमूर वन्य क्षेत्र में जल्द इसकी शुरुआत की जानी है. इसकी तैयारी की जा चुकी है.
कैमूर: जिला के वन्य जीव अभ्यारण (Kaimur Wildlife Sanctuary) में जंगली जानवरों का पहली बार शाकाहारी और मांसाहारी पशुओं की साइंटिफिक व्यवस्था गणना (Animal Count) की जाएगी. यह गणना 20 जनवरी से शुरू होने की संभावना है. गणना चार महीने में पूरा की जानी है. भारतीय वन्यजीव संस्थान (Indian Wildlife Institute) के सहयोग से बिहार सरकार यह गणना करवा रही है. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) में गणना होती रही है लेकिन कैमूर में पहले कभी नहीं हुआ था. कैमूर वन्य अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित करने के बाद इसे शुरू किया गया है.
अधिकारियों को दी गई ट्रेनिंग
दिसंबर माह में पशुओं के लिए गणना की ट्रेनिंग अधिकारियों को दी जा चुकी है, जिसमें जानवरों के फुट मार्क की पहचान, सीसीटीवी कैमरा सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया गया है. सरकार की रिपोर्ट के अनुसार वीटीआर से भी कैमूर वन्य क्षेत्र अभ्यारण काफी बड़ा है. कैमूर वन्य क्षेत्र अभ्यारण में सभी प्रकार के जीव पाए जाते हैं जैसे भालू, तेंदुआ, सांभर और नीलगाय. इस क्षेत्र में दो साल पहले बाघ भी देखे गए थे.
गणना से पता लगेगा कितने जानवर हैं- डीएफओ
कैमूर के डीएफओ चंचल प्रकाशम ने जानकारी देते हुए बताया कि कैमूर वन्य प्राणी अभ्यारण में सभी प्रकार के जंगली जानवर पाए जाते हैं लेकिन जो भी वन्य प्राणी हैं उनकी गणना नहीं की गई है. पहली बार शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों का गणना की जाएगी. 22, 23 और 24 दिसंबर को भारतीय वन्य प्राणी संस्थान की तरफ से ट्रेनिंग दी गई थी. सभी वन्य कर्मी को प्रशिक्षित किया जा चुका है. 20 जनवरी से गणना कार्य शुरू की जा सकती है. साइंटिफिक तरीके से गणना शुरू होगी, जिससे पता लगेगा कि इस जंगल में कितने जानवर और कौन-कौन से जानवर हैं.
'गणना कार्य में 150 लोग लगे हैं'
चंचल प्रकाशम ने कहा कि गणना के कार्य में 150 लोग लगे हैं, जो तीन से चार महीने में गणना कार्य पूरा करेंगे. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से भी बड़ा कैमूर का वन क्षेत्र अभ्यारण है. पहले यहां बाघों का अधिवास हुआ करता था. दो-तीन साल पहले बाघों को देखा गया था, उसके अनुकूल इसको बनाना है.