सीवान: बिहार के सीवान के गुठनी थाना इलाक़े में खुद को एंटी करप्शन अधिकारी वाहनों की चेकिंग कर वसूली करते दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनकी ब्रेजा कार भी जब्त कर ली गयी है. दोनों युवकों ने कार पर पुलिस का हूटर और लाइट भी लगा रखी थी. दोनों युवक यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले हैं.
एसपी को रात में किया था कॉल
सीवान के एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि मुझे रात को एक बजे इन दोनों व्यक्तियों में से किसी एक ने कॉल किया था. उन्होंने बताया कि हमलोग एंटी करप्शन विभाग के पदाधिकारी हैं. उन्होंने बताया कि वे यहां पर वाहनों की जांच कर रहे हैं. इस पर एसपी ने सोचा कि वाहनों की जांच तो दिन में भी की जा सकती है, फिर रात को एक बजे यह कैसी जांच चल रही है. इसी बात पर उनका शक गहरा गया.
एसपी के आदेश पर हुई कार्रवाई
शक होने के बाद जब एसपी ने दोनों युवकों की कुंडली खंगालनी शुरू की तो ये दोनों फर्जी एंटी करप्शन के पदाधिकारी साबित हुए. इसके बाद एसपी के आदेश पर दोनों को रात में ही वाहनों की जांच करने के दौरान वसूली करते गुठनी पुलिस ने गुठनी चौराहे से गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों युवकों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
यूपी के रहने वाले हैं गिरफ्तार फर्जी पदाधिकारी
गिरफ्तार एंटी करप्शन के फर्जी पदाधिकारी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. इनमें से एक का नाम अमन सिंह है, जो शेषमणि सिंह का पुत्र है व दूसरा अखिलेश सिंह का पुत्र अमन सिंह है. दोनों यूपी के देवरिया जिले के लार थाने के चुरिया गांव के रहने वाले बताये जाते हैं. इनके पास से ब्रेजा कार, फर्जी पहचान पत्र, तीन मोबाईल और स्मार्ट व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड की तीन रशीद भी जब्त की गई है.