पटनाः बिहार सरकार में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान वो बीजेपी पर बरसे तो वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को चुनौती देते भी दिखे. सुधाकर सिंह ने कृषि रोड मैप को गलत बताया और चौथे रोड मैप का प्लान बताया. साथ ही कहा कि चौथा कृषि रोड मैप बिहार ही नहीं बल्कि देश के लिए रोल मॉडल होगा. इस दौरान उन्होंने पुराने अधिकारियों को बदलने की भी बात कही और मंडी सिस्टम को फिर से चालू करने की दी नसीहत.


सुधाकर सिंह ने कहा कि तीन कृषि रोड मैप जो थे उसमें कहीं बाजार नहीं था. जब बाजार नहीं होगा तो किसानों के उत्पाद सही दाम पर नहीं बिकेंगे और उन्हें सही दाम नहीं मिलेगा. चौथे रोडमैप में बाजार भी आएगा. दूसरी महत्वपूर्ण बात कि हम आंकड़ों के जरिए नहीं बल्कि नीतियों में बदलाव के जरिए कृषि के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाएंगे.


यह भी पढ़ें- Janta Darbar: नीतीश कुमार के सामने जब बुजुर्ग ने इस विभाग की खोली पोल, सुनकर चौंके CM, बोले- लगाओ तो फोन


'बीजेपी ने कृषि मंत्रालय को बर्बाद किया'


केंद्रीय उर्वरक मंत्री के आरोप पर जवाब देते हुए कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि 17 साल से एनडीए की सरकार में कृषि विभाग बीजेपी के पास रहा. 17 साल से बिहार में बीजेपी ने कृषि मंत्रालय को बर्बाद किया है. बिहार में रोपनी का समय जुलाई और अगस्त उपयुक्त समय होता है. यूरिया पर्याप्त मात्रा में केंद्र सरकार ने दिया ही नहीं तो कैसे तस्करी का आरोप लगा रही है?


कृषि विभाग के अधिकारियों में बदलाव


मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि वो कृषि विभाग के अधिकारियों में बदलाव करना चाहते हैं. तब्दीली के बाद और बेहतर कार्य होगा. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में आने के बाद गड़बड़ी करने वालों की जांच की है. उन्होंने कहा कि कृषि मंडी को से हम फिर से वापस लाएंगे. बिहार सरकार के कृषि विभाग में अब विशेषज्ञों का सलाह लेकर काम होगा. बिहार में कृषि मंडी शुरू किया जाए इसलिए मैंने विभागीय पत्र भी लिख दिया है. वहीं उन्होंने दूसरी ओर कहा कि कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में उनके नहीं रहने को कोई गलत मतलब नहीं निकाला जाए. मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है समीक्षा करने की.


यह भी पढ़ें- Siwan News: सीवान में शराब माफिया को गिरफ्तार करने गई पुलिस की टीम पर हमला, थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिसकर्मी घायल