पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) को लेकर बिहार में पिछले सियासत कम नहीं हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सदन में दिए गए आदेश के बाद भी पत्र जारी नहीं किया गया कि स्कूलों की टाइमिंग 10 से 4 बजे तक ही रहेगी. विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के नेता भी केके पाठक की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. अब पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने केके पाठक को साफ संदेश दिया है. कहा है कि शिक्षक किसी सामान्य दफ्तर के कर्मचारी नहीं हैं.
आरसीपी सिंह ने शनिवार (24 फरवरी) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके लिखा है, "बिहार में अभी विद्यालयों के समय को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है. माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा बिहार विधानसभा में स्पष्टता से कहा गया है कि विद्यालयों का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक होगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा अभी तक मुख्यमंत्री जी के आदेश का अनुपालन नहीं किया गया है. यह कहीं से भी उचित एवं सही नहीं है तथा माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है."
'हरेक प्रकार से मनोबल बढ़ाने की आवश्यकता'
आगे आरसीपी सिंह ने यह भी लिखा कि, "विद्यालय के शिक्षक किसी सामान्य दफ़्तर के कर्मचारी नहीं हैं. उनका दायित्व विद्यार्थियों को ज्ञान अर्जन कराना है. शिक्षक ज्ञानदाता हैं. उनका मनोबल हरेक प्रकार से बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे कि वो पूरे मनोयोग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें."
बताते चलें कि केके पाठक के निर्देश पर बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में सुबह 9 बजे बजे से शाम 5 बजे तक स्कूल संचालक का आदेश दिया गया था. विपक्ष के नेताओं ने इस पर सदन में सवाल उठाया था तो नीतीश कुमार ने कहा था कि वह बात करेंगे. हालांकि बीते शुक्रवार (23 फरवरी) को कटिहार में केके पाठक ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि स्कूलों का समय 10 बजे से शाम चार बजे तक ही रहेगा लेकिन शिक्षक कुछ देर पहले आ जाएं और चार बजे के कुछ देर बाद चले जाएं. बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर केके पाठक ने यह अपील की है.
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