Trains Late in Bihar: बिहार में ट्रेन का लेट होना आम बात है, लेकिन ट्रेन लेट होने के पीछ बंदरों का कारनामा सामने आए तो क्या कहेंगे? बिहार के जंगल वाले रूट पर सोमवार को ऐसा ही देखने को मिला जहां बंदरों के कारण ट्रेन रेलवे ट्रैक पर रुक गई. ट्रेन रुकने के बाद गर्मी इतनी कि यात्री गाड़ी से उतर कर रेलवे ट्रैक पर घूमने लगे. यह पूरा मामला बिहार के बगहा से आया है. इसे जानने के बाद हर कोई हैरान है क्योंकि बंदरों के कारण करीब दो से तीन घंटे ट्रेन रुकी रही.
दरअसल, वाल्मीकिनगर, नरकटियागंज और गोरखपुर रेल लाइन पर जब से रेलवे ने बिजली से ट्रेन का परिचालन शुरू किया है उसी समय से ऐसी दिक्कतें आ रही हैं. यह रूट जंगल के बीच से होकर गुजरता है. अक्सर बंदर बिजली के तार पर झूला समझकर लटकते हैं. सोमवार को भी बंदरों के कारण इस रूट पर बिजली का तार टूट गया था. ऐसे में इस रूट पर दो से तीन घंटे तक परिचालन बाधित रहा.
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बंदरों का बढ़ा आतंक
वाल्मीकिनगर स्टेशन जंगलों के बीच में है. कई बड़ी और एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरतीं हैं लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ. सोमवार की दोपहर दो बजे के आसपास तार टूटने के बाद जो गाड़ी जहां थी वहीं रुक गई. बता दें कि वाल्मीकिनगर और पनियहवा स्टेशन के बीच बंदरों का आतंक बढ़ गया है. तारों पर झूलते रहना आम बात है. लेट होने वाली ट्रेनों में अवध एक्सप्रेस, सप्त क्रांति एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें थीं.
सूचना के बाद पहुंचे रेल अधिकारी
दो घंटे तक अवध एक्सप्रेस रुकी रही तो यात्री ट्रेन से उतर गए. ट्रेन रुकने के कारण गर्मी लगने लगी जिससे यात्री परेशानी हो गए. सूचना मिलने के बाद ट्रेन के आवागमन को शुरू कराने के लिए रेलवे के अधिकारी पहुंचे. इस दौरान एक यात्री कलाम ने कहा कि जंगल में ट्रेन दो घंटे से रुकी है. आज गर्मी भी ज्यादा है. ट्रेन जंगल में रुकी है ऐसे में पानी भी नहीं मिल पा रहा है.