गोपालगंजः रविवार को गोपालगंज में जेडीयू की बैठक में पार्टी के दो नेता आपस में भिड़ गए. इस दौरान बैठक में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई. हालांकि बाद में बिहार सरकार के मंत्री सुनील कुमार ने समझाकर मामले को शांत करा दिया. दरअसल, शराबबंदी के पांच साल पूरे होने पर बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार जेडीयू जिला कार्यालय में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे. बैठक के दौरान ही जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार पटेल और जेडीयू के उपाध्यक्ष राघो सिंह हम बड़े तो हम के चक्कर में भिड़ गए.
इतना ही नहीं देखते ही देखते मंत्री के सामने दोनों नेताओं के समर्थक भी हंगामा करने लगे. दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए पार्टी फोरम से कार्रवाई की मांग की. माहौल को बिगड़ता देख मंत्री सुनील कुमार को खड़े होकर दोनों नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझाना पड़ा. इस पूरे मामले में मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि संगठन में जब लोग खुले रूप से अपना विचार रखते हैं तो उसमें मतभेद होता है और ऊंची आवाजें आती हैं. सबको अपनी बात रखने की आजादी है.
इस दौरान मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि बैठक के दौरान जो निर्णय लिए गए हैं वह पार्टी संगठन को मजबूत कराने के लिए साकारात्मक है. मौके पर जेडीयू के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष आदित्य शंकर शाही, पूर्व जिलाध्यक्ष संजय चौहान, सदानंद सिंह समेत जदयू के प्रखंड अध्यक्ष और सभी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शामिल थे.
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के पांच साल पूरे होने पर बिहार सरकार के निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जन चेतना को और मजबूत करने के लिए बिहार के सभी जिलों में अभियान चलाया जाएगा. अब तक की कार्रवाई का लेखा-जोखा देते हुए कहा कि शराब के पारंपरिक व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं और धंधेबाजों को सरकार मुख्य धारा से जोड़ रही है और ऐसे परिवारों को मुर्गी पालन, बकरी पालन समेत अन्य व्यवसाय के लिए सरकार ऋण भी दे रही है, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके.
वहीं शराब के धंधे में महिलाओं के संलिप्त होने की बात पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है. महिलाएं शराब धंधे में अपवाद में पकड़ीं गईं हैं, क्योंकि जितनी गिरफ्तारियां हुईं, उसमें पांच फीसद भी महिलाएं नहीं हैं, अधिकांश पुरुष शराब धंधे में लिप्त पाए गए हैं.
दोषियों पर कार्रवाई करने में पीछे नहीं है सरकार
मंत्री ने कहा कि शराबबंदी कानून को सफल नहीं बनानवाले पुलिस अफसरों और उत्पाद अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है. गड़बड़ी करनेवालों पर पैनी नजर रखी जा रही है, जो लोग भी गलत करते हुए संलिप्त पाए गए हैं उनपर कार्रवाई भी की जा रही है. बिहार में अबतक 215 पुलिस अधिकारियों और जवानों को बर्खास्त किया जा चुका है और उत्पाद विभाग में 15 अफसरों को भी बर्खास्त किया गया है. बहुत ऐसे अधिकारी हैं जिनपर प्रोसिडिंग भी चल रही है, चाहे अपने राज्य के हो या राज्य के बाहर के, कार्रवाई में सरकार ने कमी नहीं छोड़ी है.
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